सरकार और मधेशियों की वार्ता विफल
नेपाल के हालात विकट होते जा रहे हैं। मंगलवार को एक तरफ राजधानी काठमांडू में सरकार और मधेसी आंदोलनकारियों के बीच वार्ता विफल हो गई। वहीं सोनौली में आंदोलनकारियों ने आपूर्ति ठप कर दबाव बढ़ा दिया...
नेपाल के हालात विकट होते जा रहे हैं। मंगलवार को एक तरफ राजधानी काठमांडू में सरकार और मधेसी आंदोलनकारियों के बीच वार्ता विफल हो गई। वहीं सोनौली में आंदोलनकारियों ने आपूर्ति ठप कर दबाव बढ़ा दिया है।
सोनौली सीमा पर सोमवार को नेपाल पुलिस द्वारा मधेसी आंदोलनकारियों को हिरासत में लेने के बाद हुए बवाल में एक भारतीय ड्राइवर के मारे जाने की अफवाह ने मुश्किलें बढ़ा दीं। मंगलवार को नाके पर जाम लगाकर भारतीय ड्राइवरों ने मालवाहक वाहन नेपाल ले जाने से मना कर दिया।
एक भी वाहन नेपाल नहीं जाने से वहां रसोई गैस और डीजल-पेट्रोल समेत जरूरी चीजों की किल्लत बढ़ती जा रही है। एसएसबी कमांडेंट केएस बनकोटी से ड्राइवरों ने सवाल किया कि जब नेपाल के बेलहिया भंसार पर एक मालवाहक वाहन के ड्राइवर की हत्या कर दी गई तो आगे जाने पर क्या होगा? फिलहाल वे वाहन नेपाल तभी ले जाएंगे जब एसएसबी सुरक्षा दे।
उधर, नेपाल सशस्त्र पुलिस बल ने बताया कि चालक की हत्या नहीं हुई थी, वह मधेसी आंदोलनकारियों के हमले में घायल हो गया था। इसके चलते बेलहिया भंसार पर ट्रक छोड़कर वह इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती हो गया था। ट्रक ड्राइवर पंजाब के गुरुदासपुर का रहने वाला हरजिंदर है। उसे नेपाल की सुरक्षा एजेंसियों ने एसएसबी को सौंप दिया।
एसएसबी कमांडेंट ने बताया कि नेपाली सुरक्षा एजेंसियों ने ड्राइवर हरजिंदर को सौंप दिया है। आंदोलन उग्र जरूर हुआ है लेकिन हालात अफवाहों की वजह से बिगड़े हैं। ड्राइवरों को सुरक्षा का भरोसा देकर शांत कराने की कोशिश की जा रही है।
उधर, काठमांडू में मधेशी आंदोलनकारियों और सरकार के बीच वार्ता विफल हो गई। दोनों पक्षों का कहना है कि बुधवार को फिर वार्ता होगी। संयुक्त मधेसी मोर्चा के नेता लक्ष्मण लाल कर्ण का कहना है कि सरकार की आंदोलन खत्म कराने के लिए ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं पेश कर सकी, जिस पर विचार किया जाए। सरकार की ओर से मंत्री महेश आचार्य ने जल्द समाधान निकलने की उम्मीद जताई है।