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विजय दिवस पर चीनी ड्रैगन ने दिखाई अपनी ताकत

चीन ने द्वितीय विश्व युद्ध में जापान के खिलाफ हासिल जीत के 70 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित एक अभूतपूर्व विशाल सैन्य परेड में लंबी दूरी की दर्जनों मिसाइलें प्रदर्शित करके अपनी सैन्य ताकत का...

विजय दिवस पर चीनी ड्रैगन ने दिखाई अपनी ताकत
एजेंसीThu, 03 Sep 2015 06:28 PM
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चीन ने द्वितीय विश्व युद्ध में जापान के खिलाफ हासिल जीत के 70 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित एक अभूतपूर्व विशाल सैन्य परेड में लंबी दूरी की दर्जनों मिसाइलें प्रदर्शित करके अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन किया।

विशाल थ्येन आनमेन स्क्वैयर में बैलिस्टिक मिसाइलों, टैंकों, जल एवं थल दोनों जगह वार करने में सक्षम वाहनों, ड्रोन और अन्य सैन्य उपकरणों को प्रदर्शित किया गया। इस दौरान राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने द्वितीय विश्व युद्ध में जापान के खिलाफ चीन की जीत को जापानी सैन्यवाद को कुचलने वाली एक महान जीत करार दिया।

सरकारी मीडिया के अनुसार प्रदर्शित की गई युद्ध मशीनों में से 80 प्रतिशत को पहली बार आम लोगों को दिखाया गया। पाकिस्तान और रूस समेत 17 देशों के 1000 विदेशी जवानों ने इस परेड में भाग लिया। करीब 200 लड़ाकू विमानों ने आसमान में उड़ान भरी और परेड के अंत में 70,000 कबूतर और गुब्बारे उड़ाए गए।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति पार्क ग्यून हाय के अलावा संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून और भारत के विदेश राज्य मंत्री वी के सिंह समेत विश्व के करीब 30 नेताओं ने परेड देखी। शी ने द्वितीय विश्वयुद्ध में ज्यादतियों के लिए जापान को सीधे तौर पर निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि इस युद्ध में तीन करोड़ 50 लाख चीनी हताहत हुए।

शी ने कहा कि चीन शांतिपूर्ण विकास के मार्ग के प्रति प्रतिबद्ध रहेगा और उन्होंने 23 लाख जवानों वाली मजबूत सेना में तीन लाख सैन्यकर्मियों की कमी करने की अनपेक्षित घोषणा की हालांकि उन्होंने इसके लिए कोई समय सीमा नहीं बताई। शी ने कहा कि इस विनाशकारी युद्ध में जापान के आक्रमण के खिलाफ चीनी लोगों का प्रतिरोध सबसे पहले शुरू हुआ और सबसे लंबे समय तक चला।

चीन ने जापानी आक्रमण के खिलाफ मिली जीत की याद में पहली बार सैन्य परेड आयोजित की है। यह परेड पूर्वी चीन सागर में विवादित द्वीप को लेकर जापान के साथ बढते तनाव की पृष्ठभूमि में आयोजित की गई है। शी ने राष्ट्रीय स्तर पर टेलीविजन पर दिखाए भाषण में कहा कि जापान के युद्ध ने एशिया, यूरोप, अफ्रीका और ओशिनिया में तबाही मचाते हुए 10 करोड़ सैन्य और असैन्य लोगों की जान ली। चीन में तीन करोड़ 50 लाख से अधिक लोग मारे गए और सोवियत संघ ने दो करोड़ 70 लाख से अधिक लोगों ने जान गंवाई। उन्होंने भावनात्मक भाषण देते हुए रंधे गले से कहा कि जापानी बलों के खिलाफ चीनी लोगों की जीत आधुनिक समय में विदेशी आक्रमण के खिलाफ प्रतिरोध करते हुए चीन द्वारा हासिल की गई पहली पूर्ण जीत है। उन्होंने कहा कि इस महान जीत ने चीन को उपनिवेश बनाने और उसे दास बनाने के जापानी सैन्यवाद के षड़यंत्र को कुचल दिया।

शी ने कहा कि इस जीत ने चीन को विश्व में एक बड़े देश के रूप में फिर से स्थापित किया और चीन के लोगों को दुनिया में मौजूद सभी शांति प्रेमियों का सम्मान दिलाया। शी ने कहा कि इस महान जीत ने चीनी राष्ट्र की महान नई शुरूआत की उज्ज्वल संभावनाएं खोल दीं और हमारे प्राचीन देश को पुनर्जन्म के बाद एक नई यात्रा के लिए अग्रसर किया।

कड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच आयोजित इस परेड को चीनी अधिकारियों, नागरिकों और विदेशी मेहमानों समेत 40,000 से अधिक दर्शकों ने देखा। 2400 सदस्यीय सैन्य बैंड और गायक दल ने सेफगार्ड द येलो रिवर समेत युद्ध के दौरान गाए जाने वाले बेहतरीन गीतों को प्रस्तुत किया। परेड में मुख्य रूप से चीन के 500 से अधिक नवीनतम हथियारों और करीब 20 विभिन्न मॉडलों के करीब 200 विमानों का प्रदर्शन किया गया। पिछले कुछ दिनों से बीजिंग में अधिकांश प्रतिष्ठान बंद हैं। शहर के अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को दो घंटों के लिए बंद किया गया था।

जिनपिंग के भाषण के मुख्य बिंदु इस प्रकार है।

- द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान जापानी आक्रमण के खिलाफ चीन प्रतिरोध युद्ध सबसे पहले शुरू और सबसे लंबे समय तक चला।

- पूर्वाग्रह, भेदभाव, घृणा और युद्ध से सिर्फ पीड़ा ही होती है, जबकि आपसी सम्मान, समानता, शांतिपूर्ण विकास और साझा समृद्धि ही सही मार्ग है।

- युद्ध मानवजाति के लिए एक बड़ा खतरा है। हमें इतिहास से सबक लेना चाहिए और शांति के लिए स्वयं को समर्पित कर देना चाहिए।

- सभी देशों को संयुक्त राष्ट्र घोषणापत्र के उद्देश्यों और सिद्धांतों के मुताबिक संयुक्त रूप से अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था और प्रणाली को बनाए रखना चाहिए ।

- हम चीनी लोग शांतिप्रिय हैं। चीन चाहे कितना भी सशक्त क्यों न हो, वह कभी आधिपत्य और विस्तार में विश्वास नहीं रखेगा।

- मैं चीनी सैनिकों की संख्या में तीन लाख तक की कटौती करने का ऐलान करता हूं।

 

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