जकारिया पर नई साहित्यिक चोरी का आरोप
सीएनएन चैनल और टाइम पत्रिका से निलंबित हुए भारतीय-अमेरिकी पत्रकार और लेखक फरीद जकारिया पर अब 2005 में आयी एक किताब से बिना श्रेय दिए एक अंश प्रकाशित करने का आरोप लगा...
साहित्यिक चोरी की बात स्वीकार करने के बाद सीएनएन चैनल और टाइम पत्रिका से निलंबित हुए भारतीय-अमेरिकी पत्रकार और लेखक फरीद जकारिया पर अब 2005 में आयी एक किताब से बिना श्रेय दिए एक अंश प्रकाशित करने का आरोप लगा है।
वहीं जकारिया ने इसे पूरी तरह खारिज करते हुए पूरी तरह फर्जी आरोप बताया। 48 वर्षीय जकारिया के खिलाफ वाशिंगटन पोस्ट द्वारा लगाए गए आरोपों का हालांकि द डेली बीस्ट ने खंडन किया है। वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार जकारिया ने 2008 में आयी अपनी किताब द पोस्ट-अमेरिकन वर्ल्ड में बिना श्रेय दिए एक उद्धरण शामिल किया था।
जकारिया की किताब में इंटेल कंपनी के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी एंडी ग्रोव का एक उद्धरण शामिल किया गया था। इसमें ग्रोव ने अमेरिका की आर्थिक शक्ति के बारे में टिप्पणी की थी।
वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार जकारिया की किताब के ना तो पहले संस्करण में और ना ही 2009 में आये पेपरबैक संस्करण में उद्धरण के स्त्रोत के बार में चर्चा की गयी। किताब का पहला संस्करण बेस्टसेलर बन गया था।
पोस्ट के अनुसार वास्तविक रूप में ग्रोव की टिप्पणी 2005 में आयी किताब थ्री बिलियन न्यू कैपिटलिस्टस दि ग्रेट शिफ्ट ऑफ पॉवर टू दि ईस्ट में प्रकाशित हुई थी। इस किताब को क्लाइड वी प्रेस्टोवित्ज ने लिखा था। हालांकि जकारिया ने अपनी किताब का बचाव किया है।