काबुल में विशाल ध्वज बना हिंद-अफगान दोस्ती का प्रतीक
अफगानिस्तान की सरकार ने राजधानी काबुल के मध्य में एक विशाल ध्वज फहराया है जो हिंद-अफगान दोस्ती का प्रतीक बना हुआ है। काले, लाल और हरे रंग के यह झंडा 97 फुट लंबा और 65 फुट चौड़ा है। यह लास वेगास स्थित...
अफगानिस्तान की सरकार ने राजधानी काबुल के मध्य में एक विशाल ध्वज फहराया है जो हिंद-अफगान दोस्ती का प्रतीक बना हुआ है। काले, लाल और हरे रंग के यह झंडा 97 फुट लंबा और 65 फुट चौड़ा है। यह लास वेगास स्थित स्टैचू ऑफ लिबर्टी की प्रतिकृति से भी ऊंचा है। इसे विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने हाल ही में अपने अफगानिस्तान दौरे के समय राष्ट्रपति हामिद करजई को भेंट किया था।
इस झंडे को काबुल की ऐतिहासिक वजीर अकबर खान पहाड़ी पर फहराया गया है। इसे मेनारा बायराक नाम दिया गया है। इसके उद्घाटन के मौके पर सुषमा ने कहा कि भारत इसे एकीकृत एवं स्वतंत्र अफगानिस्तान का शक्तिशाली प्रतीक मानता है। उन्होंने उन अफगान नागरिकों, मुजाहिदीनों और सैनिकों की सराहना की जिन्होंने इस देश के निर्माण के लिए कुर्बानी दी है।
विदेश मंत्री ने वजीर अकबर खान पहाड़ी के विकास के लिए अफगान सरकार को 10 लाख डॉलर की मदद का वादा किया। उन्होंने भारत को अफगानिस्तान का पहला रणनीतिक साझेदार करार देते हुए कहा कि हिंद अफगान दोस्ती जिंदाबाद। उद्योगपति नवीन जिंदल की संस्था फ्लैग फाउंडेशन ने दो करोड़ रुपये के इस ध्वज को बतौर तोहफा दिया है।