फोटो गैलरी

Hindi Newsजी-20 : आर्थिक विकास की गति बरकरार रखना बड़ी चुनौती

जी-20 : आर्थिक विकास की गति बरकरार रखना बड़ी चुनौती

जी-20 देशों ने वैश्विक अर्थव्यवस्था के मौजूदा विकास दर को संतोषजनक बताया पर यह भी कहा है कि इसकी गति को बरकरार रखना इन देशों के सामने बड़ी चुनौती है। सदस्य देशों का मानना है कि बेरोजगारी, गरीबी और...

जी-20 : आर्थिक विकास की गति बरकरार रखना बड़ी चुनौती
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 29 Mar 2017 10:00 PM
ऐप पर पढ़ें

जी-20 देशों ने वैश्विक अर्थव्यवस्था के मौजूदा विकास दर को संतोषजनक बताया पर यह भी कहा है कि इसकी गति को बरकरार रखना इन देशों के सामने बड़ी चुनौती है। सदस्य देशों का मानना है कि बेरोजगारी, गरीबी और कुछ लोगों तक विकास का पहुंचना सबसे बड़ी बाधायें हैं।

सतत और संतुलित विकास प्रमुख एजेंडा

वाराणसी में इन देशों के फ्रेमवर्क वर्किंग ग्रुप की दो दिवसीय बैठक के समापन सत्र में बुधवार को तीन प्रमुख बिंदु तय किये गये। इनमें मजबूत, सतत और संतुलित आर्थिक विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, जी 20 के ढांचागत सुधार के एजेंडा पर ऑर्गेनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक को-ऑपरेशन एंड डेवलमेंट (ओईसीडी) की ओर से किए जा रहे कामों और जी 20 का समावेशी विकास प्रमुख एजेंडा हैं। इन मुद्दों पर आगे चर्चा जारी रखने का निर्णय हुआ। एफडब्ल्यूजी की चौथी बैठक अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में होनी है जहां इन बिंदुओं पर और विस्तार से चर्चा की जाएगी। उस बैठक की अध्यक्षता जर्मनी करेगा।

बनारस में नदेसर स्थित होटल गेटवे ताज में चल रही बैठक के दूसरे दिन पांच सत्र हुए। पहले सत्र में वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिति पर चर्चा हुई। दूसरा सत्र मजबूत, सतत और संतुलित आर्थिक विकास पर आईएमएफ की ओर से प्रकाशित हालिया रिपोर्ट पर केंद्रित रहा। तीसरे सत्र में ओईसीडी की रिपोर्ट पर चर्चा हुई जिसमें ढांचागत सुधार के सुझाव दिये गये हैं। चौथे और पांचवे सत्र में दुनिया भर में विकसित अर्थव्यवस्था तथा उभरती हुई बाजार आधारित अर्थव्यवस्था पर सदस्यों ने सुझाव दिये।

चौथे सत्र में खासतौर पर आईएमएफ, ओईसीडी, आईएलओ और विश्व बैंक की ओर से आर्थिक विकास में गैर बराबरी और समावेशी विकास पर तैयार फ्रेमवर्क की संभावनाओं पर प्रस्तुत रिपोर्ट पर चर्चा की गई। वाराणसी में आयोजित एफडब्ल्यूजी बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय वित्त मंत्रालय में विशेष सचिव दिनेश शर्मा और कनाडा के प्रतिनिधि पॉल सैमसन ने संयुक्त रूप से की। दोनों प्रतिनिधियों ने बैठक के अंत में अन्य प्रतिनिधियों को धन्यवाद दिया। बैठक समाप्त होने पर एफडब्ल्यूजी में तैयार मसौदे को वित्त मंत्रालय के विशेष सचिव दिनेश शर्मा और कनाडा के प्रतिनिधि पॉल सैमसन को सौंपा गया।

आर्थिक सुधार के लिए कई कदम

विशेष सचिव दिनेश शर्मा ने बताया कि भारत सहित जी 20 के सदस्य देशों में पिछले वर्षों में आर्थिक सुधार के लिए कई सकारात्मक कदम उठाये गये हैं। इससे विकास दर में बढ़ोत्तरी भी दर्ज की गई है। अब ये देश इसे बनाये रखने के साथ निरंतर बढ़ोत्तरी के उपायों पर मंथन कर रहे हैं। बैठक में तैयार मसौदे को हैम्बर्ग जर्मनी में होने वाले सम्मेलन में चर्चा के लिए रखा जायेगा। बैठक में जर्मनी के डॉ. एंड्रियाज लक्स, डॉ. फेलिक्स स्टीफैन हॉप्ट, फेडरल रिजर्व बोर्ड से शगील अहमद, वित्त मंत्रालय में निदेशक जयंत नार्लिकर आदि मौजूद थे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें
अगला लेख पढ़ें