केंद्रीय विवि, आईआईटी-आईआईएम में बढ़ेंगी सीटें
मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा है कि ज्यादा से ज्यादा छात्रों को गुणवत्तायुक्त उच्चशिक्षा दिलाने के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालयों, आईआईटी और आईआईएम में सीटें बढ़ेंगी। साथ ही एनआईटी...
मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा है कि ज्यादा से ज्यादा छात्रों को गुणवत्तायुक्त उच्चशिक्षा दिलाने के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालयों, आईआईटी और आईआईएम में सीटें बढ़ेंगी। साथ ही एनआईटी समेत सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों के खाली पद भी जल्द भरे जाएंगे। बीएचयू में केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की बैठक में सीटें बढ़ाने पर सहमति बनी।
बैठक के बाद प्रेस से रू-ब-रू प्रकाश जावडेकर ने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपतियों से एक महीने में इसका प्लान मांगा गया है। आईआईटी में इसकी कवायद शुरू हो गई है। आईआईएम इससे जुड़ा प्लान तैयार कर रहा है। उन्होंने कहा कि सीटों के साथ शैक्षणिक गुणवत्ता भी बढ़ाएंगे। जावडेकर ने कहा कि अब तक तकनीकी संस्थान ही शोध के केंद्र के रूप में जाने जाते थे किंतु हाल के दिनों में केंद्रीय विवि ने पचास से ज्यादा शोध पेटेंट कराए हैं। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृष्टि के अनुकूल हुए प्रयास हैं। पीएम चाहते हैं कि विश्वविद्यालयों की शिक्षा सीमित न हो बल्कि 'उन्नत भारत अभियान' के तहत यह गांव-गांव तक पहुंचे। इसके लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।
जावडेकर ने बताया कि विश्वविद्यालयों में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) को प्रभावी बनाने पर बैठक में सहमति बनी है। कुछ विश्वविद्यालयों में इसे शुरू किया गया है, यूजीसी इसका विस्तृत प्लान बना रहा है। कुलपतियों को सुझाव दिया गया है कि शोध और शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार के लिए काम करें। केंद्रीय विश्वविद्यालय गुणवत्ता और उत्क्रष्टता के केंद्र बने क्योंकि अच्छे विश्वविद्यालयों वाला देश ही तरक्की करता है। हम इन्हें बेहतर बनाने का हर संभव प्रयास करेंगे।
विश्वविद्यालयों की स्वायत्ता पर चोट नहीं
केंद्रीय विश्वविद्यालयों में समान पाठ्यक्रम के बारे में जावडेकर ने कहा कि बैठक में इस पर चर्चा हुई है। हालांकि पूर्व में भी यूजीसी द्वारा बनाए गए समान पाठ्यक्रम पर चर्चा हुई लेकिन यह बहुत प्रभावी नहीं है। हर विवि की अपनी विशेषता है और उसी के अनुरूप वह अपना पाठ्यक्रम बनाते हैं। उनकी स्वायत्ता पर चोट नहीं की जाएगी।