अनियंत्रित कार दीवार से टकराई, दो की मौत
बाबतपुर स्थित एक मोटल्स के पास गुरुवार को तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर दीवार से टकराकर गड्ढे में पलट गई। कार सवार युवक-युवती की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वे दूर के रिश्ते में भाई-बहन थे। दोनों की...
बाबतपुर स्थित एक मोटल्स के पास गुरुवार को तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर दीवार से टकराकर गड्ढे में पलट गई। कार सवार युवक-युवती की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वे दूर के रिश्ते में भाई-बहन थे। दोनों की पहचान आधार कार्ड से हुई। युवक सैयद सलमान हैदर जौनपुर के मुफ़्ती मोहल्ले का रहने वाला था जबकि लड़की साफिया फातिमा जौनपुर के सैदनपुर की रहने वाली थी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दुर्घटना के समय कार की स्पीड करीब 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रही होगी। दुर्घटना के बाद जुटे ग्रमीणों ने 100 डायल सेवा को सूचना दी। सूचना पर घटनास्थल पहुंची पुलिस ने दोनों को नजदीक के निजी अस्पताल पहुंचाया। यहां डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। बाद में पुलिस ने 108 एंबुलेंस की मदद से दोनों के शव को थाने पर ले आई। आधार कार्ड के आधार पर दोनों के परिजनों को सूचना दी गई। थाने पर पहुंचे दोनों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। कार किसकी थी, यह पता नहीं चल सका है।
एमबीए कर चुका था सैयद
सैयद के पिता फैज़ल हसन जौनपुर में ब्लॉक के कर्मचारी हैं। मृतक अपनी माता पिता की इकलौता संतान था। एमबीए कर वह लखनऊ में नौकरी की तलाश कर रहा था। पिता का कहना था कि सैयद यह बता कर घर से निकला था कि वह किसी दोस्त के शादी समारोह में जा रहा है।
साफिया पूर्वांचल विवि से कर रही थी एमबीए
मृतक लड़की 22 वर्ष साफिया की शिनाख्त उसके चाचा अली ने की। उन्होंने बताया कि वह पूर्वांचल से एमबीए कर रही थी और घर से वह यूनिवर्सिटी जाने को कहकर गयी थी। अली ने बताया कि दोनों दूर के रिश्ते में चचेरे भाई-बहन है। साफिया कैसे बाबतपुर पहुंची वह बता नहीं पा रहे थे। मृतक लड़की के पिता हसन अब्बास सऊदी में रहते हैं।
मां के नहीं थम रहे थे आंसू
सलमान हैदर की मां परवीन के आंसू थम नहीं रहे थे। उनका हाल देख थाने में मौजूद सभी की आंखें नम हो गई थीं। वह बार-बार पुलिसवालों से बेटे को तुरंत अस्पताल ले जाने की बात कहकर रो रही थी। वह थाना परिसर में घूम-घूमकर हर किसी से अपने बच्चे की सलामती की बात कहती रही। महिला थाना परिसर में ही नमाज़ पढ़ कर बेटे की सलामती की दुआ करती रही।
बड़ागांव में ननिहाल था
पुलिस ने मृतक की जेब की तलाशी ली तो उन्हें उसकी जेब से आधार कार्ड के साथ साथ उसका मतदाता पहचानपत्र भी मिला जिसमे बड़ागांव के गांगकला का पता था। इसके आधार पर उसकी शिनाख्त हुई। क्षेत्र के लोगों का कहना था कि वह काफी मिलनसार था। मोहर्रम के जुलू में भी वह प्रमुख भूमिका में था और बड़ागांव के गांगकला में उसका ननिहाल था।