श्रीनगर कमलेश्वर मंदिर से हटाई साईं मूर्ति
जगद्गुरुशंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने यहां प्रसिद्ध कमलेश्वर महादेव मंदिर में पहुंचकर कमलेश्वर भगवान की पूजा की। उनके मंदिर में पहुंचने से पहले ही मंदिर में स्थापित साईं बाबा की मूर्ति हटा...
जगद्गुरुशंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने यहां प्रसिद्ध कमलेश्वर महादेव मंदिर में पहुंचकर कमलेश्वर भगवान की पूजा की। उनके मंदिर में पहुंचने से पहले ही मंदिर में स्थापित साईं बाबा की मूर्ति हटा दी गई। मूर्ति तीन वर्ष पहले स्थापित की गई थी।
कमलेश्वर मंदिर पहुंचने पर स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि साईं बाबा हिन्दू नहीं थे। उनकी मूर्ति घरों और मंदिरों में नहीं लगानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मंदिर में साईं की मूर्ति होने की सूचना मिली थी। मूर्ति का मंदिर से हटाना सही है।
शंकराचार्य ने कहा कि श्रीनगर में आदि गुरु शंकराचार्य ने श्रीयंत्र की स्थापना की थी। यदि समाज का सहयोग मिलेगा तो श्रीनगर में पुन: श्रीयंत्र की स्थापना की जाएगी। कहा श्रीयंत्र बना हुआ है, स्थान उपलब्ध होते ही शुभ मुहूर्त में श्रीयंत्र यहां लाया जाएगा। उन्होंने राज्य में मठ-मंदिरों की दुर्दशा पर चिंता जताते हुए कहा, मठ-मंदिरों का जीर्णोद्धार करना सरकार का कत्र्तव्य है। गुरुद्वारा और मस्जिदों को सरकार सहयोग दे रही है, तो मठ-मंदिरों की ओर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए।
शंकराचार्य की यही इच्छा थी
कमलेश्वर महादेव मंदिर के महंत आशुतोष पुरी ने शंकराचार्य को उत्तराखंड में मठ-मंदिरों की दुर्दशा तथा बढ़ते शराब के चलन से अवगत कराया। मंदिर से साईं बाबा की मूर्ति हटाए जाने के संदर्भ में उन्होंने कहा कि जगद्गुरु नहीं चाहते हैं कि मंदिरों में साईं की मूर्ति स्थापित हो। उनकी इच्छा पर ही मूर्ति हटाई गई है।