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फाइव स्टार होटल रेडिशन ब्ल्यू सील

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देश पर हरिद्वार जिला प्रशासन ने होटल रेडिशन ब्ल्यू को सील करते हुए अपना ताला लगा दिया है। शनिवार सुबह एसडीएम वीर सिंह बुदियाल के नेतृत्व में प्रशासन की टीम सिडकुल स्थित...

फाइव स्टार होटल रेडिशन ब्ल्यू सील
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 23 May 2015 08:48 PM
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नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देश पर हरिद्वार जिला प्रशासन ने होटल रेडिशन ब्ल्यू को सील करते हुए अपना ताला लगा दिया है। शनिवार सुबह एसडीएम वीर सिंह बुदियाल के नेतृत्व में प्रशासन की टीम सिडकुल स्थित होटल पहुंची। होटल प्रबंधन ने प्रशासनिक टीम से कुछ वक्त मांगा, लेकिन एसडीएम ने साफ इंकार कर दिया।

एसडीएम के आदेश पर अधीनस्थ कर्मचारियों ने कार्रवाई शुरू की। बाद में होटल के कमरे, रसोई, जनरेटर कक्ष आदि में ताले लगा दिये। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रदूषण फैलाने को लेकर होटल को नोटिस दिया था। साल भर चली प्रक्रिया के बाद एनजीटी ने 15 मई को होटल बंद करने के आदेश जिला प्रशासन को दे दिए थे। आदेश पर अमल न किये जाने पर एनजीटी ने जिलाधिकारी को 22 मई को तलब कर कार्रवाई के आदेश दिए। शुक्रवार देर रात को जिलाधिकारी ने होटल में ताला लगाने के आदेश जारी कर दिये थे।

प्रशासन की कार्रवाई एकतरफा है। हमने समय पर नोटिस का जवाब दिया था। होटल सरकार के सभी नियमों का पालन कर रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से एनओसी भी मिली हुई थी। इसी कांपलेक्स में अन्य प्रतिष्ठान भी हैं, लेकिन कार्रवाई केवल होटल पर ही की गई है।
- दीपक मल्होत्रा, होटल निदेशक

होटल की बिजली काटने से लिफ्ट में फंसे यात्री
शनिवार को कार्रवाई के दौरान प्रशासन के आदेश पर ऊर्जा निगम ने होटल की बिजली भी काट दी। बिजली काटने से होटल की लिफ्ट में करीब दस यात्री फंस गये। बाद में जनरेटर चालू करके उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला गया। प्रशासन की डेढ़ घंटे की कार्रवाई के दौरान कई यात्रियों को होटल से बाहर निकाला गया। इनमे विदेशी यात्री भी शामिल थे। आनन-फानन में यात्रियों को जब होटल से बाहर निकाला गया तो वह भड़क गए। कुछ यात्री पुलिस-होटल स्टॉफ से उलझते नजर आए।

बहादराबाद। होटल में तालाबंदी की कार्रवाई के दौरान चंडीगढ़ से परिवार के साथ आए यात्री दर्शन पाल ने कहा कि बीते शुक्रवार शाम को 4 बजे उन्होंने होटल में दो कमरे बुक कराये थे। होटल प्रबंधन ने उन्हें ऐसी किसी कार्रवाई की जानकारी दे दी होती तो वह परिवार के साथ हरिद्वार न आते।

भीषण गर्मी में अब उन्हें वापस लौटना पड़ रहा है। कमोवेश यहीं स्थिति अन्य यात्रियों की बनी हुई थी। चंडीगढ़ से अपनी बीमार मां के साथ आए नितीन ने कहा कि उनकी मां लिफ्ट में फंस गई थी। उनकी मां को सांस की बीमारी है। अगर उन्हें कुछ हो जाता तो कौन जिम्मेदार होता। होटल के ज्यादातर कमरों में उस वक्त यात्री ठहरे हुए थे। कई यात्री होटल कर्मियों से उलझ रहे थे।

बहाराबाद। होटल में तालाबंदी के दौरान एक महिला समेत तीन विदेशी यात्रियों को भी होटल छोड़ना पड़ा। इटली से आये मैनीनी ने कहा कि बहुत गलत है। यात्रियों को इसकी सूचना पहले दी जानी चाहिए थी। गर्मी के कारण यह यात्री होटल के ही एक किनारे छाया में जाकर बैठ गया।

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