उत्तराखंड: IIT परीक्षा में लापरवाही, 160 प्रश्नपत्र पड़े कम
आईआईटी के चौथे सेमेस्टर में 160 पश्नपत्र कम आईटीआई की ओर से चल रही चौथे सेमेस्टर की परीक्षा में 160 प्रश्नपत्र कम पड़ गए। केंद्र प्रभारी ने फोटो स्टेट की जगह दो वर्जन में उपलब्ध इस प्रश्नपत्रो
आईआईटी के चौथे सेमेस्टर में 160 पश्नपत्र कम
आईटीआई की ओर से चल रही चौथे सेमेस्टर की परीक्षा में 160 प्रश्नपत्र कम पड़ गए। केंद्र प्रभारी ने फोटो स्टेट की जगह दो वर्जन में उपलब्ध इस प्रश्नपत्रों को हिन्दी और अंग्रेजी अलग-अलग फाड़कर छात्रों को बंटवा दिया। मामले की शिकायत ज्वाइंट मजिस्ट्रेट तक पहुंची। एसडीएम ने छापा मारकर वहां यह अनियमितता पाई। इस मामले में आला अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जा रही है।
उत्तराखंड: IIT परीक्षा में लापरवाही, 160 प्रश्नपत्र पड़े कम
प्रश्नपत्रों को अलग-अलग फाड़कर छात्रों में बांटे
केएल डीएवी इंटर कॉलेज में जिलेभर के सात प्राइवेट आईटीआई और राजकीय आईटीआई कलियर के छात्रों की चौथे सेमेस्टर की थ्योरी की परीक्षा थी। परीक्षा में 936 छात्र उपस्थित थे। सवा दस बजे आला अधिकारियों की देखरेख में प्रश्नपत्र खोले गए। तभी पता चला कि परीक्षार्थियों की संख्या को देखते हुए 160 प्रश्नपत्र कम हैं। इसपर केंद्र प्रभारी ने हिन्दी और अंग्रेजी के प्रश्नपत्रों को अलग अलग कराया। और फिर उन्हें छात्रों में बांट दिया। किसी ने इसकी शिकायत मंत्री व प्रशासन को की। जेएम ने मामले में जांच के लिए एसडीएम गोपाल सिंह चौहान को भेजा। एसडीएम चौहान ने कॉलेज के सभी कक्षों में जाकर मामले की जांच की। वहां उन्होंने छात्रों से पूछताछ भी की। प्रश्नपत्र हिन्दी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में होता है। लेकिन कक्षाओं में कई छात्रों के पास केवल हिन्दी या अंग्रेजी में ही पेपर मिला। पूछताछ पर पता चला कि पेपर को फाड़कर बांटा गया है। उन्होंने केंद्र व्यवस्थापक और स्कूल के प्रिंसिपल से मामले की जानकारी जुटाई। साथ ही इस मामले में रिपोर्ट जेएम को देने की बात कही।
सवा दस बजे पेपर खोला गया था। तभी 160 प्रश्नपत्र कम निकले। प्रश्नपत्रों की कॉलेज में ही फोटो स्टेट करानी शुरू की। तभी मशीन खराब हो गई। प्रश्नपत्र कॉलेज से बाहर नहीं भेज सकते थे। इसलिए प्रश्नपत्रों को हिन्दी और अंग्रेजी के अलग अलग कर बच्चों को दिये गए।
सुभाष चंद्र अग्रवाल, केंद्र प्रभारी केएल डीएवी इंटर कॉलेज रुड़की
आईटीआई में नकल की सूचना मिली थी। जेएम के निर्देश पर केंद्र की जांच की गई। यहां पेपर कम पाए गए। दो दो बच्चों को एक एक प्रश्नपत्र बांटा गया था। यह प्रश्नपत्र फाड़कर दिया गया था। इस मामले में रिपोर्ट तैयार कर ज्वाइंट मजिस्टे्रट को दी जाएगी।
गोपाल सिंह चौहान, एसडीएम रुड़की
आला अधिकारियों को भी नहीं दी सूचना
रुड़की। केंद्र प्रभारी ने प्रश्नपत्र कम पड़ने और फोटो स्टेट मशीन खराब होने की सूचना आला अधिकारियों को भी नहीं दी। लेकिन आला अधिकारी इस मामले को मिस मैनेजमेंट मान रहे हैं। जिला हरिद्वार के नोडल अधिकारी मनमोहन कुड़ियाल का कहना है कि पेपर अक्सर कम निकलते हैं। लेकिन फोटो स्टेट कर उनकी व्यवस्था की जाती है। लेकिन फोटो स्टेट मशीन खराब होने से यह व्यवस्था बिगड़ गई।
उत्तराखंड: IIT परीक्षा में लापरवाही, 160 प्रश्नपत्र पड़े कम