डिजाइनर कपड़ों का भारी स्टॉक और 13 बैंक लॉकर
नोएडा विकास प्राधिकरण के मुख्य अभियंता यादव सिंह की पत्नी व उनके साझीदारों के यहां छापे के बाद आयकर महानिदेशक (जांच) कृष्णा सैनी ने बताया कि जांच में कुल तेरह बैंक लॉकर भी मिले हैं जिन्हें सील कर...
नोएडा विकास प्राधिकरण के मुख्य अभियंता यादव सिंह की पत्नी व उनके साझीदारों के यहां छापे के बाद आयकर महानिदेशक (जांच) कृष्णा सैनी ने बताया कि जांच में कुल तेरह बैंक लॉकर भी मिले हैं जिन्हें सील कर दिया गया है। एक-दो दिन में इन लॉकरों को खोला जाएगा। डिजाइनर रेडीमेड कपडमें का भारी अघोषित स्टाक भी बरामद हुआ है।
अहम दस्तावेज मिले: आयकर जांच में भू- सम्पत्तियों की खरीफ-फरोख्त के कुछ और अहम दस्तावेज मिले हैं जिनमें से कुछ में कमीशनखोरी की बात भी सामने आ रही है। यह कमीशन किसने और किसे दिया, फिलहाल यह साफ नहीं हो सका है। छापेमारी में कुल 130 आयकर जांच अधिकारी-कर्मचारी, बडम्ी तादाद में पुलिसकर्मी व अन्य सुरक्षाबल कार्मिक लगाए गए हैं। इस मामले में सेबी और प्रवर्तन निदेशालय की मदद ली जा सकती है।
यादव सिंह से भी होगी पूछताछ : उन्होंने कहा कि चूंकि यादव सिंह इस वक्त प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी सडम्क परियोजना यमुना एक्सप्रेस वे के साथ ही ग्रेटर नोएडा और नोएडा विकास प्राधिकरण के मुख्य अभियंता के पद पर कार्यरत हैं, इस नाते यादव सिंह के अलावा प्रदेश सरकार से भी आयकर महकमा पूछताछ करेगा।
954 करोड रुपए की अनियमतिताओं के आरोपी : पिछली बसपा सरकार के करीबी रहे यादव सिंह को जून 2012 में नोएडा प्राधिकरण की 954 करोडम् की परियोजनाओं में धांधली के चलते चीफ मेंटेनेंस इंजीनियर के पद से निलम्बित कर उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मुकदमा भी दर्ज कराया गया था।
नोएडा के 30 से 40 प्लॉट बेच डाले : मैंकेन इन्फ्रा प्रा.लि. पर मुख्य आरोप यह है कि इस कम्पनी ने कोलकाता से प्रापर्टी डीलिंग में बोगस शेयर होल्डिंग बनाकर और कुछ अन्य कम्पनियों के साथ मिलकर नोएडा विकास प्राधिकरण से अपने नाम प्लॉट आवंटित करवाए। फिर इन प्लॉटों के साथ ही कम्पनियां भी बेच डालीं। इस तरह करीब तीस से चालीस के बीच प्लॉट सहित कम्पनियां बेच डाली गईं।