फर्जी पहचान देने वाले की तलाश में एनआईए की टीम का छापा
22 साल बाद हाथ आए आतंकी सलीम पतला की गिरफ्तारी के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) भी सक्रिय हो गई है। सोमवार रात एनआईए ने सलीम पतला को मेवालाल की फर्जी आईडी दिलाने वाले नौशाद की तलाश में खतौली में...
22 साल बाद हाथ आए आतंकी सलीम पतला की गिरफ्तारी के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) भी सक्रिय हो गई है। सोमवार रात एनआईए ने सलीम पतला को मेवालाल की फर्जी आईडी दिलाने वाले नौशाद की तलाश में खतौली में छापा मारा। हालांकि संबंधित मकान में एनआईए को ताला लगा मिला।
मेरठ में 1993 में पीएसी कैंप पर बम से हमले के मामले में 22 साल बाद गिरफ्तार सलीम पतला के पास मेवालाल नाम की वोटर आईडी और ड्राइविंग लाइसेंस मिला था। यह फर्जी आईडी उसे चार साल तक खतौली में रहने के दौरान नौशाद ने ही उपलब्ध कराई थी। सोमवार रात फर्जी आईडी दिलाने वाले नौशाद की तलाश में एनआईए टीम ने छापा मारा। यहां पता चला कि सलीम पतला की गिरफ्तारी के बाद से ही नौशाद परिवार के साथ चंडीगढ़ चला गया है और उसके मकान पर तला लगा हुआ है। इसके बाद एनआईए की टीम यहां से बिजनौर चली गई। खतौली कोतवाली के निरीक्षक सुनील त्यागी का कहना है कि उन्हें एनआईए के छापे की कोई जानकारी नही है।