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लव जिहाद और राम मंदिर का मुद्दा फिर गरमाएगा

संघ परिवार एक बार फिर उत्तर प्रदेश में राम मंदिर और लव जिहाद के मुद्दे गरमाना चाहता है। विश्व हिन्दू परिषद द्वारा अगले महीने से आयोजित हिन्दू सम्मेलनों में यह मुद्दे जोरशोर से उठाए जाएंगे। आरएसएस...

लव जिहाद और राम मंदिर का मुद्दा फिर गरमाएगा
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 26 Oct 2014 10:43 PM
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संघ परिवार एक बार फिर उत्तर प्रदेश में राम मंदिर और लव जिहाद के मुद्दे गरमाना चाहता है। विश्व हिन्दू परिषद द्वारा अगले महीने से आयोजित हिन्दू सम्मेलनों में यह मुद्दे जोरशोर से उठाए जाएंगे।

आरएसएस के सर्वोच्च पदाधिकारियों की लखनऊ में पिछले दिनों हुई बैठक में विहिप को इस सम्बंध में पहले ही हरी झंडी दे दी गयी है। हालांकि, मन्दिर मुद्दे पर संघ ने ‘धीमे चलो’ की ही रणनीति अपनाने को कहा है क्योंकि मोदी सरकार से संघ को बड़ी उम्मीदें हैं।

विश्व हिन्दू परिषद की स्थापना का यह स्वर्ण जयन्ती वर्ष है। इस अवसर पर विहिप पूरे देश में तमाम कार्यक्रम आयोजित कर रही है। इस बहाने वह तमाम अपने पुराने मुद्दों को जनता के बीच ले जाकर ताकत बटोर रही है। 17 और 18 अगस्त को विहिप ने पूरे देश  के आठ हजार स्थानों से शोभायात्राएं निकाली थीं। अब अगले माह से फरवरी तक पूरे देश में जिला स्तर पर हिन्दू सम्मेलन करने की तैयारी है। उत्तर प्रदेश में हिन्दू सम्मेलनों को लेकर खास तैयारियां की जा रही हैं। इन सम्मेलनों में अयोध्या, चित्रकूट, वाराणसी, प्रयाग तथा नैमिषारण्य के प्रमुख संतों को आमंत्रित किया जाएगा।
इन सम्मेलनों में हिन्दुओं की एकजुटता पर जोर देने के साथ ही मुख्य रूप से राम मन्दिर के मुद्दे को रखा जाएगा। सम्मेलनों में मोदी सरकार पर मन्दिर निर्माण के लिए कदम उठाने पर भरोसा जताया जाएगा। इसके अलावा समाज की बुराई के रूप में पैदा हो रहे लव जिहाद के मुद्दे को भी उठाया जाएगा। हिन्दुओं के बीच मौजूद जातीय विभाजन को तोड़ने और एकजुटता के लिए बजरंग दल पूरे देश में दो नवम्बर को एक हजार स्थानों पर रक्तदान शिविर आयोजित कर रहा है। इसमें एक लाख लोग रक्तदान करेंगे।

विहिप के प्रान्तीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा बताते हैं कि हिन्दू सम्मेलनों की श्रृंखला दिल्ली में 21 से 23 नवम्बर तक होने वाले ‘विश्व हिन्दू कांग्रेस’ से शुरू होगी। इसमें अमेरिका, आस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, सूरीनाम, मारिशस, जापान, जर्मनी और सिंगापुर सहित कई देशों में चल रही विहिप की शाखाओं के तीन हजार से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे। इस सम्मेलन की तैयारियां सितम्बर से ही चल रही हैं। विहिप के उपाध्यक्ष बालकृष्ण नायक, संयुक्त महामंत्री स्वामी विज्ञानानन्द तथा केन्द्रीय मंत्री प्रशान्त हरतालकर को विश्व हिन्दू सम्मेलन की जिम्मेदारी दी गयी है।

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