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गांधी, लोहिया और उपाध्याय के सपने होंगे साकार: मोदी

लगभग वही तापमान, और वही हमलावर अंदाज। भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और विपक्ष पर तीखे प्रहार। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट तेवरों में जता दिया कि ये है मोदी सरकार। सूट-बूट, भूमि अधिग्रहण जैसे मामलों पर विपक्ष...

गांधी, लोहिया और उपाध्याय के सपने होंगे साकार: मोदी
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 26 May 2015 08:53 AM
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लगभग वही तापमान, और वही हमलावर अंदाज। भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और विपक्ष पर तीखे प्रहार। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट तेवरों में जता दिया कि ये है मोदी सरकार। सूट-बूट, भूमि अधिग्रहण जैसे मामलों पर विपक्ष के हमले झेल रहे नरेंद्र भाई मोदी ने साफ कहा कि चिल्लाने वालों के अभी तो और भी बुरे दिन आएंगे। उन्होंने कहा कि मैंने वायदा किया था कि मैं प्रधानमंत्री नहीं बल्कि प्रधान संतरी बनकर काम करूंगा। आपके खजाने को लुटने नहीं दूंगा, हिफाजत करूंगा, वो वायदा मैंने पूरा किया है। इसी वजह से वो लोग चिल्ला रहे हैं, हल्ला मचा रहे हैं। मगर मैं रुकंगा नहीं। आपसे किए वायदे निभाऊंगा। अगले चार वर्ष में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चरैवेति के सिद्धांत पर चलते हुए इस देश के हालात बदल डालूंगा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय के गांव नगला चंद्रभान में केंद्र सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर आयोजित महौरली को संबोधित कर रहे थे। मोदी ने कहा कि ये श्रीकृष्ण की भूमि है। यहां कण-कण में श्री कृष्ण हैं। उनका कर्मयोग का सिद्धांत पूरी दुनियां मानती है। निरंतर कर्म करते रहो, अवनरत करते रहो। जिस धरती पर कर्मयोग की रचना हुई, यहीं पर दीनदयाल धाम है। कृष्ण ने कर्म संदेश दिया तो पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने चरैवेति कहा। न रुको, न झुको, न थको..चलते रहो। ये पंडित जी हम कार्यकर्ताओं से कहते थे।

मोदी ने कहा कि एक वर्ष पहले चुनाव के दौरान आपने निर्णय किया बदलाव का। आपने तीस वर्ष बाद केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार बनवाई। अब केंद्र सरकासर का एक वर्ष पूर्ण हुआ तो जलसा दिल्ली या किसी राज्य की राजधानी में कुछ लाख लोगों के बीच हो सकता था। मगर मैंने ऐसा नहीं किया। पार्टी ने जब कार्यक्रम की रचना की तो मैंने सुझाव दिया। पार्टी को बताया कि जब मुझे संसद में नेता चुना गया था तब मैनें कहा था कि से सरकार गरीबों को समर्पित, उनके कल्याण को समर्पित होगी। अब 365 दिन पूर्ण होने पर मेरा मन हुआ कि जिस महामानव ने गरीब के लिए जिंदगी खपाने की प्रेरणा दी थी, अंत्योदय का मंत्र दिया था, पार्टी से प्रार्थना की कि इस मौके पर दीनदयाल उपाध्याय के गांव जाऊंगा और देश के सवा सौ करोड़ लोगों को सरकार के एक वर्ष का हिसाब यहीं से दूंगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर पिछली शताब्दी के राजनीतिक चिंतन पर नजर करें तो तीन चिंतकों का प्रभाव भारत के लोगों पर नजर आता है। गांधी, लोहिया और दीनदयाल उपाध्याय की छाप प्रत्येक हिंदुस्तानी के जीवन पर है। एक बात इन तीनों के चिंतन में समान है, कि इनके चिंतन के केंद्रबिंदु में गरीब और किसान है। देश के कल्याण की बात है। इसी से पे्ररणा लेकर हम सुशासन देने को आगे बढ़ रहे। इस अवसर पर मंच पर राष्ट्रीय महासचिव रामलाल, प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, लक्ष्मीकांत वाजपेयी, केन्द्रीय मंत्री रमाशंकर कठेरिया, डा़महेश शर्मा, सांसद हेमा मालिनी उपस्थित रहीं। इससे पहले जिलाध्यक्ष डा़ डीपी गोयल तथा ब्रज प्रदेश अध्यक्ष पुरुषोत्तम खंडेलवाल द्वारा कमल के फूलों की माला पहनाई गई। सांसद हेमा मालिनी ने श्रीकृष्ण की छवि का स्मृति चिन्ह भेंट किया। प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने भी स्मृति चि? भेंट किया।

अब आप बतायें बुरे दिन गये या नहीं..जोरदार आवाज हां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को दीनदयाल शाम में आम जनता से सीधे जुड़ाव किया और एक-एक सवाल कर जनता का जवाब जोरदारी से सहमति करवाकर लिया। मोदी ने कहा कि ये जो चमत्कार, परिवर्तन दिख रहा। नया विश्वास उमंग लहर दिख रही, ये परिवर्तन किसके कारण? अगर आम चुनाव 2014 में ना हुए होते और अब होते तो एक साल उनको और मिलता तो देश कितना डूब गया होता?  आपने इतना बड़ा फैसला ना लिया होता तो देश की हालत क्या होगी? अगर आपने ये सरकार नहीं चुनी होती तो देश देश का हाल बदला होता? परिवर्तन ना होता तो देश के बुरे दिन खत्म हुए होते? आये दिन घोटाला होता, रिमोट से सरकार चलती, रोज अफसरों के जेल जाने की नौबत आती, कोयला खदानों के आवंटन में घोटाला और चोरी रुकती? मोदी के सवालों की झड़ी के बीच  पांडाल मोदी..मोदी से गूंजने लगा और जनता ने प्रत्येक सवाल पर जारेदार ध्वनि से सहमति जताई।

उन्होंने कहा कि कितने बुरे कर्म, कितने बुरे दीन और कितना बुरा माहौल था देश में। तब देश की जनता ने बड़ा फैसला किया। ये परिवर्तन मोदी नहीं आप लाये। उन्होंने फिर जनता से सीधे संवाद स्थापित करते हुए कहा कि अब आप बतायें कि बुरे दिन गये या नहीं..जोरदार आवाज आई हां। चार बार बुरे काम और बुरे हालात बदलने के बारे में पूछने पर जवाब जोरदार हां के रूप में आया। मोदी ने पूछा कि कहीं से घोटाले की खबर तो नहीं आई..नहीं। कोई भाई भतीजावाद तो नहीं चला..नहीं। सरकार रिमोट कंट्रोल से तो नहीं चल रही..नहीं। नेताजी के दामाद और बेटे की कहानी तो सुनाई नहीं दे रही..नहीं। बताओ बुरे दिन गए कि नहीं..गये। लूट के दिन गये कि नहीं..गये। मैनें वायदे किए थे कि मैं प्रधानमंत्री नहीं प्रधान संतरी बनकर सेवा करूंगा। सवा सौ करोड़ देशवासियों की तिजोरी की रक्षा करूंगा। मैंने वायदा निभाया कि नहीं..मोदी के इस सवाल पर भी जनता ने जोरदार हां से अपनी सहमति जताई।

एक वर्ष की उपलब्धियां गिनगिनकर बताईं
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने एक वर्ष की उपलब्धियों बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जनधन योजना के अन्तर्गत पन्द्रह करोड़ लोगों को बैंकों से जोड़ा गया और उसका सीधा लाभ लोगों को प्राप्त हो रहा है। गैस की कालाबाजारी रोकने के लिए सब्सिडी सीधे लोगों के बैंक खातों में भेजी जा रही है, इस कारण दलालों की भागीदारी खत्म हो गई है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में केन्द्र सरकार तेरह सौ कानून खत्म करने जा रही है। उन्होंने कहा कि गंगा व यमुना हमारी मां है आने वाले दिनों में गंगा-यमुना के लिए बहुत कार्य करेंगे। अपने शरीर का हर क्षण, हर पल देश के निर्माण के लिए समर्पित करना चाहता हूं। हमारा लक्ष्य है कि हर गरीब को अपना घर मिले। तीस साल से जितनी बिजली नहीं बनी वह एक साल में बनी है। अभी तो चार साल और बनेगी, देश अंधेरे में अब नहीं रहेगा।

नीम की कोटिंग करके हमने यूरिया की कालाबाजारी रोकी है तथा बंद पड़े यूरिया के कारखानों को भी चालू करा रहे हैं जिससे बीस लाख टन यूरिया का उत्पादन बढ़ेगा। देश में अभी तक केवल कोयला खदानों की नीलामी हुई है और खजाने में तीन लाख करोड़ आ गये हैं, अभी और होनी है खजाना खाली नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि साठ साल में तीन लाख किसानों की मौत हुई उसका जिम्मेदार कौन? अब किसी का दामाद या रिश्तेदार लूट तो दूर किसी योजना का लाभ नहीं ले सकता। ये हमने चहेतों द्वारा खजाना लुटने से बचाया है, पूरी तरह रोक लगा दी है कही से कोई भ्रष्टाचार की खबर हो तो बताओ। पहले रोड़ और रेल विभाग में तालमेल नहीं था, पुलों की एनओसी सालों साल मंत्रालय में पड़ी रहती थी अब एक सप्ताह में अनुमति मिलेगी यह तालमेल हमने बैठाया है। 37 हजार करोड़ मजदूरों का पैसा तिजोरी में पड़ा था जो मजदूरों को वापस मिलेगा और आगे ऐसा न हो इसके लिए मजदूरों का यूनिक नंबर देने की व्यवस्था की गई है।



58 मिनट बोले पीएम
04.42 बजे शाम : मोदी रैली स्थल पहुंचे
04.50 बजे : प्रधानमंत्री का संबोधन शुरू
05.48 बजे : पीएम का भाषण समाप्त
06.00 बजे : मोदी दिल्ली के लिए रवाना

एक साल में मालामाल
03 लाख करोड़ कोयला नीलामी से आए
25 हजार करोड़ की विदेशी पूंजी आई
06 लाख पर्यटक आए इस अवधि में

ये बड़ी उपलब्धियां गिनाईं
1. कालेधन पर पूरी तरह रोक लग गई
2. जनधन योजना की शुरुआत की
3. मजदूरों के लिए आधार योजना
4. गैस सब्सिडी सीधे खाते में पहुंचाई
5. गरीब लोगों के बैंक अकाउंट खोले

ये बड़ी योजनाएं बताईं
1. किसानों को 24 घंटे बिजली-पानी देंगे
2. सस्ता और अच्छा बीज मुहैया कराएंगे
3. गरीबों को घर मुहैया कराया जाएगा
4. हर किसान को हेल्थ कार्ड देंगे
5. नदियों को जोड़ने का काम पूरा करेंगे
 

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