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किशोरी की हत्या के बाद बवाल, थाने से आरोपी को छीना और पीटकर मार डाला

फरह थाना क्षेत्र स्थित परखम के ग्राम मुस्तफाबाद में किशोरी का शव मिलने के बाद गांव में जातीय संघर्ष के हालात बन गए। दुराचार के बाद किशोरी की हत्या के शक पर हिरासत में लिए गए वाल्मीकि समाज के दो...

किशोरी की हत्या के बाद बवाल, थाने से आरोपी को छीना और पीटकर मार डाला
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 28 Jul 2015 10:07 PM
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फरह थाना क्षेत्र स्थित परखम के ग्राम मुस्तफाबाद में किशोरी का शव मिलने के बाद गांव में जातीय संघर्ष के हालात बन गए। दुराचार के बाद किशोरी की हत्या के शक पर हिरासत में लिए गए वाल्मीकि समाज के दो युवकों को ग्रामीणों ने पुलिस के कब्जे से छुड़ा लिया। भीड़ ने एक युवक की पीट-पीट कर मार डाला, दूसरे की हालत गंभीर है। घटना के बाद आईजी जोन ने फरह थाना प्रभारी निरीक्षक, परखम चौकी प्रभारी और दो सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया है।

गांव में तनाव को देखते हुए कई थानों का पुलिस फोर्स, पीएसी तैनात कर दी गई है। गांव से वाल्मीकि परिवार पलायन कर गया है। डीएम व एसएसपी गांव में कैंप किए हुए हैं। क्षेत्रीय विधायक पूरन प्रकाश ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। मृतका के पिता ने दो लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। देर रात डीएम ने किशोरी के घरवालों को रानी लक्ष्मीबाई कोष से 10 लाख रुपये देने की घोषणा की है।

मुस्तफाबाद में रहने वाले ठाकुर परिवार की करीब 10 वर्षीय किशोरी सोमवार की दोपहर जंगल में पशु चराने गई, उसके बाद घर नहीं लौटी। परिजन देर रात तक उसकी तलाश करते रहे। मंगलवार की सुबह किशोरी का रक्तरंजित शव रेल लाइन के निकट गड्ढे में पड़ा मिला। उसके कपड़े अस्त-व्यस्त थे। चेहरे पर किसी भारी चीज से कुचले जाने के निशान थे। फरह पुलिस मौके पर पहुंची। किशोरी के परिजनों ने रेलवे क्वार्टरों में रहने वाले ललुआ उर्फ श्याम पुत्र रघुवीर वाल्मीक व सोनू पुत्र श्याम लाल वाल्मीकि पर शक जाहिर किया। इस पर पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया। किशोरी के परिजनों के अनुसार आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

इसके बाद बवाल हो गया। आक्रोशित भीड़ ने ललुआ और सोनू को पुलिस अभिरक्षा से छुड़ा लिया। दोपहर के बाद ललुआ और सोनू गांव में हजारी की कुइया के निकट पड़े मिले उनमें से ललुआ की मौत हो चुकी थी, जबकि जख्मी सोनू की हालत गंभीर थी। उसे इलाज के लिए आगरा भेजा गया है। आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपियों के घरों को भी तहस-नहस कर दिया।

डीएम राजेश कुमार, एसएसपी डॉ. राकेश सिंह भारी पुलिस बल के साथ गांव पहुंच गए। इसके बाद आईजी आगरा रेंज दुर्गाचरण मिश्रा, डीआईजी लक्ष्मी सिंह भी पहुंच गईं। मामले की गंभीरता को देख आईजी ने फरह थाना प्रभारी निरीक्षक तेजवीर सिंह, परखम चौकी के प्रभारी नेपाल सिंह और दो सिपाहियों रोहित कुमार व सुरेश यादव को निलंबित कर दिया। किशोरी के पिता ने ललुआ, सोनू सहित चार लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। गांव पहुंचे विधायक पूरन प्रकाश ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। साथ ही ग्रामीणों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। गांव में तनाव के मद्देनजर पुलिस-पीएसी तैनात कर दी गई है।

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