जाकिर नाइक के समर्थन में दारुल, कहा-बिना जांच दोषी ठहराना गलत
बांग्लादेश में हुए आतंकवादी हमले में बेगुनाहों की जान जाने के बाद आतंकियों के मुंबई के मुस्लिम धर्म गुरु डा. जाकिर नाइक से प्रेरित होने की बातें सामने आने पर उनके खिलाफ चल रहीं खबरों पर दारुल उलूम ने...
बांग्लादेश में हुए आतंकवादी हमले में बेगुनाहों की जान जाने के बाद आतंकियों के मुंबई के मुस्लिम धर्म गुरु डा. जाकिर नाइक से प्रेरित होने की बातें सामने आने पर उनके खिलाफ चल रहीं खबरों पर दारुल उलूम ने कड़ा एतराज जताया है। दारुल उलूम से जुड़े पदाधिकारी जाकिर नाइक के समर्थन में खुलकर सामने आ गए हैं। उलेमा-ए-कराम ने केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए डा. जाकिर को बिना किसी जांच के ही दोषी ठहराए जाने को गलत बताया है।
दारुल उलूम के कार्यवाहक मोहतमिम मौलाना खालिक मद्रासी और जमियत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने जारी बयान में कहा कि डा. जाकिर के साथ मसलकी वैचारिक मतभेद भले ही हों, लेकिन डा. नाइक एक इस्लामिक स्कॉलर हैं और वह कुरान के नजरियात का व्याख्यान अपने ढंग से करते हैं। वह किसी दहशतगर्दी का समर्थन नहीं करते। केंद्र सरकार और कुछ संगठन जानबूझ कर उनके खिलाफ जांच से पहले ही बवंडर खड़ा कर इस्लाम मजहब को बदनाम करने का षड्यंत्र रच रहे हैं। उन्होंने मीडिया ट्रायल पर रोष व्यक्त करते हुए इसकी निंदा की है।
मौलाना खालिक मद्रासी और अरशद मदनी ने कहा कि डॉ. जाकिर दुनिया में इस्लामी स्कॉलर के रूप में पहचान रखते हैं। दारुल उलूम ने उनके नजरियात पर जो फतवे जारी किए थे उन्हें कुछ संगठन गलत तरीके से पेश कर नाइक के खिलाफ हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। यह भी गलत है। संस्था ऐसी संस्थाओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी।