फोटो गैलरी

Hindi Newsबचपन से ही बच्चों को क्यों बना रहे हिन्दू-मुसलमान: जावेद अख्तर

बचपन से ही बच्चों को क्यों बना रहे हिन्दू-मुसलमान: जावेद अख्तर

‘हिन्दुस्तान’ के ‘हिन्दुस्तान शिखर समागम’ में शनिवार को सातवें सत्र में जाने-माने गीतकार और लेखक जावेद अख्तर तथा प्रसिद्ध अभिनेत्री शबाना आजमी ने बेबाकी से अपनी बात रखी।...

बचपन से ही बच्चों को क्यों बना रहे हिन्दू-मुसलमान: जावेद अख्तर
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 26 Sep 2015 08:09 PM
ऐप पर पढ़ें

‘हिन्दुस्तान’ के ‘हिन्दुस्तान शिखर समागम’ में शनिवार को सातवें सत्र में जाने-माने गीतकार और लेखक जावेद अख्तर तथा प्रसिद्ध अभिनेत्री शबाना आजमी ने बेबाकी से अपनी बात रखी।

कई मुद्दों पर जवाब देते हुए वह काफी चिंतित भी दिखे। जावेद अख्तर ने कहा, ‘अपने बच्चों को हम बचपन से ही क्यों हिन्दू और मुसलमान बनाने लगे हैं? जावेद अख्तर ने कहा, किसी बच्चे को बिना उसका धर्म बताए 18 साल का होने दीजिए। बाद में उसे धर्म चुनने को कहिए। मेरा दावा है कि वह किसी को नहीं चुनेगा।’

उन्होंने बेहद बेबाकी से कहा, शाही इमाम और मुतालिक जैसे लोगों पर कार्रवाई से जिम्मेदार इसलिए घबराते हैं, क्योंकि इस मामले में हिन्दू और मुसलमान की प्रतिक्रिया को लेकर सोचते हैं। दरअसल, इस बारे में सोच ही खराब है। जिम्मेदार कुछ करने से डरते हैं। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, मुश्किल जबान में लिखना आसान है, लेकिन आसान जबान में लिखना बेहद मुश्किल होता है।

शबाना आजमी ने एक सवाल के जवाब में कहा, उन्होंने हमेशा कला को सामाजिक बदलाव का जरिया माना है। इस बारे में उन्होंने अपनी मशहूर फिल्म अर्थ का जिक्र किया। इस फिल्म के बारे में वितरक ने कहा कि यह मूवी नहीं चलेगी, क्योंकि एक हिन्दुस्तानी पति कह रहा है कि मुझे माफ कर दो। इसके समापन पर भी बहुत सवाल उठे, लेकिन इन सारे सवालों को पीछे छोड़कर फिल्म खूब चली।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें