हटाए जाएंगे एक जिले में तीन साल से जमे बिजली इंजीनियर
एक ही जिले में तीन साल से जमे बिजली इंजीनियर हटाए जाएंगे। पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन ने बिजली कंपनियों को ऐसे कर्मचारियों और अधिकारियों की सूची तैयार करने को कहा है। शासन के निर्देश पर किए जा रहे...
एक ही जिले में तीन साल से जमे बिजली इंजीनियर हटाए जाएंगे। पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन ने बिजली कंपनियों को ऐसे कर्मचारियों और अधिकारियों की सूची तैयार करने को कहा है।
शासन के निर्देश पर किए जा रहे तबादलों के दायरे में सबसे ज्यादा मध्यांचल के इंजीनियर हैं। लेसा और केस्को में 15 साल से भी ज्यादा समय से जमे इंजीनियर खास तौर से निशाने पर हैं।
बिजली विभाग में चार से पांच दिनों में बड़े स्तर पर तबादले की तैयारी की जा रही है। मध्यांचल, पूर्वांचल,दक्षिणांचल और पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम में ऐसे इंजीनियरों की सूची तैयार की जा रही है जो तीन साल से ज्यादा समय से एक ही जगह पर जमे हैं।
हालांकि तीन साल से ज्यादा एक जगह जमे अफसरों की संख्या 60 फीसदी से भी ज्यादा बताई जा रही है। पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन सबसे पहले एक जगह पर 5 साल से ज्यादा का समय पूरा कर चुके अफसरों की सूची तैयार कर रहा है। लखनऊ, कानपुर, वाराणसी,आगरा,इलाहाबाद,मेरठ और मुरादाबाद के साथ एनसीआर में वर्षों से जमे इंजीनियरों की संख्या सबसे ज्यादा है।
फिलहाल चारों बिजली कंपनियां अपने-अपने क्षेत्र के इंजीनियरों की सूची अलग-अलग तैयार कर रही हैं। लेसा में 15 से 30 साल से जमे इंजीनियरों की संख्या एक दर्जन से ज्यादा आंकी जा रही है। हर बार तबादले की सूची से अपना नाम सुरक्षित बचाने में माहिर राजनीतिक पहुंच वाले इंजीनियरों पर इस बार शासन सख्त नजर रख रहा है।