पहली मानसूनी बारिश में भींगी काशी, खिले चेहरे
मानसून के बादलों ने सोमवार की दोपहर काशी में दस्तक दे दी। तेज गरज-चमक के साथ करीब दो घंटे तक हुई झमाझम बारिश से लोगों के चेहरे खिल उठे। काशी के साथ ही आसपास के जिलों में भी कहीं रिमझिम तो कहीं तेज...
मानसून के बादलों ने सोमवार की दोपहर काशी में दस्तक दे दी। तेज गरज-चमक के साथ करीब दो घंटे तक हुई झमाझम बारिश से लोगों के चेहरे खिल उठे। काशी के साथ ही आसपास के जिलों में भी कहीं रिमझिम तो कहीं तेज बारिश हुई। आजमगढ़ में बिजली गिरने से तीन की मौत हो गई।
वाराणसी में करीब एक बजे सबसे पहले लंका से बादलों ने प्रवेश किया। इसके बाद बीच शहर से होते हुए बाबतपुर तक हर तरफ झमाझम बारिश शुरू हो गई। कई दिनों से उमस भरी गर्मी में परेशान लोग खुद को रोक नहीं सके और बारिश का पूरा आनंद लेने छतों पर पहुँच गए। शहर के निचले इलाकों में कुछ देर के लिए जलजमाव की स्थिति भी हो गई।
चंदौली में दोपहर दो बजे झमाझम बारिश हुई है। लगभग आधे घंटे तक बारिश का सिलसिला जारी रहा। अभी भी बादल गरज रहे है। मानसून की पहली बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। नहरों के बेपानी होने से धान की नर्सरी को पिछड़े किसानों के लिए बारिश संजीवनी का काम करेगी। भदोही में रिमझिम बारिश हुई।
जौनपुर में तेज गरज के साथ बारिश हुई है। आज़मगढ़ में बारिश से पहले गिरी आकाशीय बिजली से मासूम समेत 3 की मौत हो गई। बरदह के रसूलपुर दुबारा में 2 लोगों की मौत हो गई। इसी जगह 3 अन्य लोग झुलस गए। मेहनगर के जाफरपुर में 11 वर्षीय बच्चे की बिजली गिरने से मौत हो गई। ख़ास बात यह है कि जनपद के शहर समेत कई इलाकों में कड़ी धूप निकली रही। बलिया, गाजीपुर और मऊ में भी फ़िलहाल बादलों ने दस्तक नहीं दी है।