जेल में छोटे अफसरों के मोबाइल वैन, बड़ों के सर्विलांस पर
जेलों में छापेमारी के दौरान काफी मोबाइल नंबर और तस्करी का सामान बरामद किया गया था। पता लगा कि जेल में बंद कैदी अपहरण उद्योग चलाते हैं। जेल से फोन पर फिरौती और रंगदारी मांगी जाती है। यहां तक कि बंदी...
जेलों में छापेमारी के दौरान काफी मोबाइल नंबर और तस्करी का सामान बरामद किया गया था। पता लगा कि जेल में बंद कैदी अपहरण उद्योग चलाते हैं। जेल से फोन पर फिरौती और रंगदारी मांगी जाती है। यहां तक कि बंदी रक्षकों के मोबाइल नंबर से कैदी बंदी अपने घरों पर बात करते थे। इस वजह से जेल में अराजकता बढ़ रही थी। शासन ने सभी अधिकारियों के मोबाइल नंबरों पर बैन लगा दिया है।
डॉक्टर, फार्मासिस्ट, डिप्टी जेलर के अतिरिक्त जेल में किसी अफसर और कर्मचारी को मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं है। इन अफसरों को भी अपने मोबाइल नंबर का रिकार्ड देना पड़ेगा। वह कौन सा नंबर यूज कर रहे हैं। नंबरों को सर्विलांस पर लगाकर कॉल चेकिंग कराई जायेगी।
पीएन पांडेय, वरिष्ठ अधीक्षक सेंट्रल जेल