राष्ट्रीय सचिव परमदेव ने भी छोड़ी बसपा, भाजपा में जाने के संकेत
बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की ओर से झटके पर झटके लग रहे हैं। बसपा के राष्ट्रीय सचिव व पश्चिम बंगाल के प्रभारी रहे परमदेव यादव ने भी मायावती पर गंभीर आरोप...
बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की ओर से झटके पर झटके लग रहे हैं।
बसपा के राष्ट्रीय सचिव व पश्चिम बंगाल के प्रभारी रहे परमदेव यादव ने भी मायावती पर गंभीर आरोप लगाते हुए रविवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
उन्होंने कहा कि मायावती को पार्टी के नेताओं की कोई कद्र नहीं है। उन्हें सिर्फ मनी, माफिया और कलेक्शन अमीन चाहिए। बसपा में नेता वही बोलता है जो मायावती कहती हैं। बसपा परचून की दुकान बन कर रह गई है। बसपा सुप्रीमो पैसा लेकर टिकट बेचती हैं और अधिक पैसा मिलता है तो उम्मीदवार बदल देती हैं।
परमदेव यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उन्होंने 35 साल पार्टी के लिए काम किया। उन्होंने नई पार्टी बनाने के बजाय भाजपा में जाने के संकेत दिए।
उन्होंने मायावती पर बसपा के मिशन को बेचने का आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी के तीन-चार और मजबूत पाए गिरने वाले हैं। एक सवाल के जवाब में यादव ने मायावती की ओर से उनके परिवार पर किए गए अहसानों को नकारते हुए कहा कि उनके बच्चे पढ़े-लिखे थे इसलिए उन्हें नौकरी मिली। जिला पंचायत चुनाव में उनकी पत्नी को बसपा ने टिकट नहीं दिया। फिर भी उनकी पत्नी ने मायावती को पांच लाख रुपये का सोने का मुकुट पहना कर एहसान उतार दिया।
'काशी' की ओर जाने का मन
उन्होंने कहा कि वह किस पार्टी में जाएंगे, यह फैसला साथियों के साथ बैठक कर दो दिन में लेंगे। फिलहाल उनका मन 'काशी' की ओर जाने का है। इस मौके पर उनके साथ पार्टी नेता वासुदेव मौर्य व जेपी चौधरी मौजूद रहे।