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VIDEO: नारायणी नदी का जलस्तर घटा, सिंचाई विभाग ने ठप कर दिया बचाव कार्य

नेपाल के पहाड़ों से निकली नारायणी नदी ने जुलाई के अंतिम सप्ताह में उग्र रूप दिखा सभी को सहमा दिया। एक ही रात में जलस्तर बढ़कर तीन लाख क्यूसेक हुआ तो नेपाल से लगायत भारतीय क्षेत्र में अलर्ट जारी कर...

VIDEO: नारायणी नदी का जलस्तर घटा, सिंचाई विभाग ने ठप कर दिया बचाव कार्य
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 12 Aug 2016 05:52 PM
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नेपाल के पहाड़ों से निकली नारायणी नदी ने जुलाई के अंतिम सप्ताह में उग्र रूप दिखा सभी को सहमा दिया। एक ही रात में जलस्तर बढ़कर तीन लाख क्यूसेक हुआ तो नेपाल से लगायत भारतीय क्षेत्र में अलर्ट जारी कर दिया गया। बांध की कटान देख नेपाल ने सेना भी उतार दी। लेकिन अब जलस्तर घटने के साथ ही सिंचाई विभाग ने बचाव कार्य ठप कर दिया है। ऐसे में अगस्त के अंतिम और सितंबर के पहले सप्ताह में बढ़ने वाले जलस्तर से नदी तबाही मचाएगी।
  
नारायणी नदी के बी गैप बांध और सभी ठोकरों पर बाढ़ बचाव कार्य जलस्तर कम होते ही ठप हो गया। सिंचाई विभाग के अधिकारी जुलाई के अंतिम सप्ताह में बढ़े जलस्तर को देख सहम गए थे। यही कारण है कि दिन रात कैम्प करके बचाव कार्य में लगे रहे। डीएम-एसपी भी बचाव कार्य का जायजा लिए। सभी ने कहा कि नदी का पानी कम होते ही प्रभावित बांध और ठोकरों की मरम्मत शुरू कर दी जाएगी। 

इससे अगस्त के अंतिम सप्ताह में बाढ़ की आशंका से बचा जा सकेगा। लेकिन अब जलस्तर घटते ही बंधों की मरम्मत कराने भी खिसक गए। बी गैप से लेकर ठोकरों तक पर न सिंचाई विभाग के अधिकारी दिख रहे हैं और न ही ठेकेदार। बचाव कार्य ठप पड़ा है।   

26 जुलाई को नारायणी का जलस्तर सर्वाधिक तीन लाख 50 हजार क्यूसेक तक पहुंच गया था। उस समय नेपाली व भारतीय सीमावर्ती गांवों में हाई अलर्ट जारी कर गांव खाली कराने की तैयारी हो गई थी। बी गैप बांध के 13 नंबर ठोकर का नोज भी पांच मीटर कट गया, जिसे लोहे की जाली में पत्थर डालकर भरा गया। अब भी 13 नंबर ठोकर पर करीब दो मीटर तक नोज कटा है। जाली में पत्थर डालकर भरना जरूरी है। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है। 

यही स्थिति ठोकर नंबर 12 और नेपाल लिंक बांध के पांच नंबर ठोकर की भी है। इन ठोकरों के डैमेज होने के बाद बचाव के नाम पर खानापूर्ति कर छोड़ दिया गया। गनीमत रहा कि अगस्त महीने में नेपाल में बारिश कम होने के कारण जलस्तर में कमी आई। गुरुवार दोपहर 12 बजे वाल्मीकिनगर बैराज का डिस्चार्ज एक लाख 50 हजार क्यूसेक हो गया। 

अभी नदियों में पानी अधिक है। इसलिए काम शुरू नहीं हो पा रहा है। बंधों पर काम कराने की तैयारी पूरी कर ली गई है। पानी घटते ही बांधों पर काम शुरू करा दिया जाएगा। 
एके यादव, सहायक अभियंता बाढ़ खंड दो

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