जमीन पर कब्जे के विरोध में मां संग धरने पर बैठे दो सैनिक
सरहद पर देश की सीमा की रक्षा के लिए अपने जान की बाजी लगाने वाले दो भाई अपने घर की जमीन नहीं बचा सके। सैनिक और उनका पूरा परिवार अधिकारियों की चौखट पर गुहार लगाता रहा लेकिन किसी ने नहीं सुनी। नतीजतन...
सरहद पर देश की सीमा की रक्षा के लिए अपने जान की बाजी लगाने वाले दो भाई अपने घर की जमीन नहीं बचा सके। सैनिक और उनका पूरा परिवार अधिकारियों की चौखट पर गुहार लगाता रहा लेकिन किसी ने नहीं सुनी। नतीजतन दबंगों ने उनकी जमीन कब्जा ली। इसके विरोध में दोनों फौजी भाई अपनी मां के साथ डीएम कार्यालय पर धरने पर बैठ गए हैं।
क्या है मामला
मामला उदयपुर थाना क्षेत्र के चाहिन गांव का है। वहां के नंद कुमार सिंह बीएसएफ में उप निरीक्षक हैं और त्रिपुरा में तैनात हैं। उनका छोटा भाई आनंद बहादुर सिंह भी सेना में है और अरुणाचल प्रदेश में तैनात है। नंद बहादुर ने बताया कि वह 13 जुलाई को छुट्टी पर घर आया तो पड़ोस के कुछ लोग उसकी जमीन कब्जा करने लगे। उस दिन तो पुलिस के पहुंचने से कब्जा रुक गया लेकिन 30 जुलाई की रात दबंगों ने उनकी चरही तोड़कर जमीन कब्जा पर लिया।
प्रशासन ने दिखाई बेरुखी
उन्होंने इस बाबत मुकदमा भी लिखाया लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। वह अधिकारियों की चौखट पर गुहार लगाते रहे। किसी ने नहीं सुनी। ऐसे में वह परिवार के साथ धरने पर बैठे हैं और न्याय मिलने तक बैठे रहेंगे। लालगंज के एसडीएम आरपी तिवारी का कहना है कि उन्हें तो अभी एक पखवाड़ा आए हुआ है। सैनिक का मामला उनके संज्ञान में नहीं था। अब उसे बुलाया है। पता चला है कि कोर्ट में मुकदमा भी चल रहा है। उसके आने के बाद मामला देखता हूं।