मां ने खुद जान देकर कैसे बचाया मासूम बेटे को
पतरासी गांव में बिजली के टूटे तार की चपेट में आकर एक 35 वर्षीय महिला की दर्दनाक मौत हो गई। करंट लगते ही महिला ने अपने गोदी के मासूम को बचाने के लिए दूर फेंक दिया, जिससे वह बच गया। महिला की मौत से...
पतरासी गांव में बिजली के टूटे तार की चपेट में आकर एक 35 वर्षीय महिला की दर्दनाक मौत हो गई। करंट लगते ही महिला ने अपने गोदी के मासूम को बचाने के लिए दूर फेंक दिया, जिससे वह बच गया। महिला की मौत से आक्रोशित गांव वालों ने बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। लोगों का आरोप है कि कई दिनों से टूटे पड़े तार में बिजली आपूर्ति हो रही थी, जबकि लोगों ने तार जुड़वाने के लिए कई बार विभाग को सूचना पर पर विभागीय अधिकारी मौन धारण किए रहे।
पतरासी गांव में रहने वाले राममूर्ति राजपूत की पत्नी अनीता (35) गुरुवार की दोपहर में अपने डेढ़ साल के मासूम को गोद में लेकर गांव के ही किसी के घर जा रही थी। घर के पास ही कई दिनों से टूटे पड़े बिजली के तार पर अनीता का पैर पड़ गया। अचानक करंट लगते ही अनीता ने गोद में लिए मासूम को दूर फेंक दिया। इससे बच्चा तो बच गया पर खुद करंट की चपेट में आ गई। जब तक गांव वाले दौड़ते तब तक अनीता ने दम तोड़ दिया।
इससे आक्रोशित लोगों ने बिजली विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ नारेबाजी की। हादसे के बाद पूरे गांव में कोहराम मच गया। भारी संख्या में लोग मौके पर पहुंच गए। राममूर्ति ने बताया कि कई दिनों से यह तार टूटा पड़ा था। कई बार लोगों ने बिजली विभाग जिम्मेदारों को इसकी सूचना दी कि तार जुड़वाया जाए पर विभाग के जिम्मेदारों ने ध्यान नहीं दिया।