मनरेगा मजदूरों की लेट नहीं होगी मजदूरी, रोज मिलेगा पैसा
महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत काम करने वाले मजदूरों को पसीना सूखने से पहले मजदूरी मिल जाएगी। सरकार ने मनरेगा श्रमिकों की मजदूरी का रोजाना भुगतान करने का सिस्टम लागू कर...
महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत काम करने वाले मजदूरों को पसीना सूखने से पहले मजदूरी मिल जाएगी। सरकार ने मनरेगा श्रमिकों की मजदूरी का रोजाना भुगतान करने का सिस्टम लागू कर दिया है। मजदूरी में कोई हेराफेरी नहीं हो सकेगी। मजदूरी सीधे श्रमिक के बैंक खाते में जाएगी। पहले मजदूरी लेने के लिए श्रमिक को ग्राम प्रधान से लेकर ब्लॉक तक चक्कर काटने पड़ते थे। यह जानकारी यूपी की मनरेगा अपर आयुक्त पिंकी जोवेल ने दी। जोवेल मनरेगा में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए आयोजित वर्कशाप में हिस्सा लेने बरेली आईं थीं।
यूपी की मनरेगा अपर आयुक्त पिंकी जोवेल ने कहा कि वर्कसाइट से श्रमिकों की फिगर लेकर बीडीओ को मनरेगा की साइट पर अपलोड करनी होगी। मजदूरों के कार्य दिवस वेबसाइट भेजने होंगे। कार्य दिवस के हिसाब से मजदूरी भुगतान रोजाना किया जाएगा।
जोवेल ने बताया कि मजदूरी सीधे श्रमिकों के खाते में जाएगी। ऐसा करने से मजदूरी में किसी तरह की सेंध मारी नहीं हो सकेगी। कार्य दिवस की फीडिंग की रोजाना मॉनीटरिंग होगी। मनरेगा मजूदरों को मजदूरी केंद्र सरकार के खाते से मिलेगी। जोवेल ने मनरेगा में महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए कई योजनाओं की जानकारी दी। मनरेगा के तहत वूमन वर्कसाइट बनेंगी। यहां सिर्फ महिलाएं काम कर सकेंगी। महिलाओं को मेट बनाया जाएगा। इसके अलावा महीने में चार दिन महिला मजदूर दिवस के रूप में मनाने की बात कही।