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मनकामेश्वर मंदिर की बारहदरी से निकली प्रभु श्रीराम की बारात

राम सरिस बरु दुलहिनि सीता। समधी दशरथु जनकु पुनीता।। जहां श्रीराम चंद्र जी सरीखे दूल्हा और सीता जी जैसी दुल्हन। राजा दशरथ और जनकजी जैसे पवित्र समधी हैं। ऐसे शुभ शगुन में हम साक्षी है। सोमवार को माता...

मनकामेश्वर मंदिर की बारहदरी से निकली प्रभु श्रीराम की बारात
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 27 Sep 2016 12:23 AM
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राम सरिस बरु दुलहिनि सीता। समधी दशरथु जनकु पुनीता।। जहां श्रीराम चंद्र जी सरीखे दूल्हा और सीता जी जैसी दुल्हन। राजा दशरथ और जनकजी जैसे पवित्र समधी हैं। ऐसे शुभ शगुन में हम साक्षी है। सोमवार को माता जानकी को ब्याहने जब प्रभु राम अपने भाइयों के साथ जनकपुरी की ओर चले तो मानो पूरा नगर साथ हो लिया। हाथी, घोड़े, मनोहारी झांकियों ने बारात को अद्भूत बना दिया। 

प्रभु श्रीराम नाम के उद्घोष के साथ मनकामेश्वर मंदिर के द्वार से रामबारात निकलनी थी। हर घर में खुशियों की बहार छाई थी। रघुनाथ की बारात में बाराती बनने का मौका पाकर लोग प्रफुल्लित हो रहे थे। मर्यादा पुरुषोत्तम जैसे ही सज- धज कर रथ पर सवार हुए तो पूरी नगरी उनके पीछे चल पड़ी। कोई इस पावन अवसर को गंवाना नहीं चाहता था। जैसा दूल्हा, वैसी ही बारात का स्वरुप। जिस गली और बाजार से दशरथ अपने पुत्रों संग निकले, लोगों ने श्रद्धाभाव से आरती उतारी। नगर के सामाजिक संगठनों ने पुष्प वर्षा से बारातियों का अभिवादन किया। सांझ ढलते ही रावतपाड़ा अयोध्या में बदल गया। बारात में शामिल होने के लिए झांकियों में होड़ लगी थी। सबसे आगे दो ऊँट थे और पीछे छह घोड़े। इनके बाद विघ्न   विनाशक गणपति की सवारी चल रही थी। उनके बाद राजा दशरथ (सुनील अग्रवाल परिवार सहित) बग्घी में सवार थे। मुनि विश्वामित्र और गुरु वशिष्ठ एक रथ पर विराजमान थे। बारात रावतपाड़ा से आरती के बाद जौहरी बाजार, दरेसी, कचहरी घाट, बेलनगंज, पथवारी, धूलियागंज, घटिया, फुलट्टी होते हुए जनकपुरी (बल्केश्वर) पहुंची। 

झांकियों ने दिए सामाजिक संदेश 
रामबरात में राधा कृष्ण, शंकर-पार्वती, नाग-नागिन, मयूर नृत्य, फूलों की होली, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं, लक्ष्मी जी, स्वच्छता अभियान, गंगा जमुना सरस्वती, दाऊजी फूलों पर, भोले के रंग में रंग गई, खाटू श्याम, गौ-हत्या, अर्धनारीश्वर, पर्यावरण पर के अलावा अन्य मनमोहक झांकियां निकली।

चांदी के रथ पर विष्णु और लक्ष्मी
चांदी के रथ पर भगवान विष्णु एवं मां लक्ष्मी जी के साथ विराजमान रहे। मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम के रथ के पीछे बैंड, लक्ष्मण जी के रथ के पीछे भी बैंड, भरत जी एवं शत्रुघन के रथ के आगे शहर के बैंडों ने राम धुन निकाली। 

डीएम-एसएसपी ने उतारी आरती 
चन्नोमल जी की बारहदरी में सबसे पहले मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम की प्रथम आरती डीएम गौरव दयाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. प्रीतिंदर सिंह, अमित कुमार मिश्रा रक्षा संपदा अधिकारी ने उतारी। 

झूलेलाल की झांकी भी आकर्षण 
सिंधी समाज ने बारात में पहली बार सहभागिता की। अपने इष्टअवतार वरुणावतार भगवान झूलेलाल की आकर्षक झांकी निकाली। मुन्नालाल पेठे वालों के सामने शाम को झूलेलाल की पूजा और आरती उतारी गई। अध्यक्ष जयप्रकाश धर्माणी, सुनील कर्मचंदानी, जितेंद्र त्रिलोकानी, देवांनद फेरवानी, हेमंत भोजवानी, श्याम भोजवानी, कुमार ललित,पुनीत कालरा, जगदीश जुम्मानी, नरेश लखवानी आदि मौजूद रहे। 

सुबह आठ बजे जाएंगे जनकपुरी 
सुबह आठ बजे अग्रवन बल्केश्वर में बारात का आगमन होगा। बारात अग्रवन से शुरु होकर चिनार हाउस, आईटीआई, बल्केश्वर चौराहा, बल्देव धर्मशाला, विवेकानंद हॉस्पीटल होते हुए कपिल कोल्ड स्टोरेज पर विश्राम करेगी। दोपहर एक बजे तुलसी सालिगराम विवाह होगा। शाम छह बजे श्रीराम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुध्न नगर भ्रमण के लिए घोड़ों पर निकलेंगे। सीताजी भी सखियों सहित चांदी के रथ पर सवार होकर जनकपुरी के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण करेंगी।  

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