अमेरिका और भारत में होता इस्लाम का सम्मान
गुरुवार को बिलारी के शाहबाद रोड स्थित मदरसा गुलशने फातमा में अमेरिका के यूसटन शहर की मस्जिद अलनूर में रहने वाले मौलाना मुफ्ती उमेर शरीफ साहब फैजी ने कहा कि वह पीरे मुर्शिद बकार फैज के हुक्म पर भारत...
गुरुवार को बिलारी के शाहबाद रोड स्थित मदरसा गुलशने फातमा में अमेरिका के यूसटन शहर की मस्जिद अलनूर में रहने वाले मौलाना मुफ्ती उमेर शरीफ साहब फैजी ने कहा कि वह पीरे मुर्शिद बकार फैज के हुक्म पर भारत आए हैं।
जो बुजुर्गों के आस्ताने पर अपनी हाजिरी देंगे। उन्होंने कहा कि इस्लाम अमन और शांति का धर्म है। हमेशा शांति का ही पैगाम देता है, मगर कुछ दहशतगर्द इस्लाम के नाम पर आतंक फैलाते हैं। उनका आतंक से कोई वास्ता नहीं हैं। वह इस्लाम के दुश्मन हैं। उन्होंने भारत के साथ अमेरिकी मुल्क की तारीफ की। उन्होंने कहा कि दोनों ही देशों में इस्लाम को सम्मान दिया जाता है, मगर दहशतगर्द, जिनका इस्लाम से कोई वास्ता नहीं, वह अपने आतंक से इस्लाम को बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने मुसलमानों से कहा कि असली मुसलमान वही है जो दूसरों की खिदमत करे। भूखों को खाना खिलाए, जरूरतमंदों की जरूरतों को पूरा करे। उन्हें अल्लाह की रजा प्राप्त होती है।
इस दौरान उन्होंने मुसलमानों से पांचों वक्त की नमाज पढ़ने का आह्वान किया। इस मौके पर मौलाना उवैश रजा, मौलाना सलमान, इसरार हुसैन, कासिम अंसारी, राशिद चौधरी, वाशिक हुसैन, असफाक हुसैन, हाजी राजू रफी, दिलशाद अली खां, कारी रईस अशरफ आदि रहे।