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शहर से पांच किलोमीटर दूर पहुंचा बाघ!

वन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही  के चलते शहर से महज पांच किलोमीटर की दूरी पर जंगल के राजा की दस्तक पहुंच गई। सीतापुर हाईवे पर बेहजम से बमुश्किल पांच सौ मीटर की दूरी पर गन्ने के खेत में...

शहर से पांच किलोमीटर दूर पहुंचा बाघ!
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 11 Dec 2015 07:28 PM
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वन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही  के चलते शहर से महज पांच किलोमीटर की दूरी पर जंगल के राजा की दस्तक पहुंच गई। सीतापुर हाईवे पर बेहजम से बमुश्किल पांच सौ मीटर की दूरी पर गन्ने के खेत में शुक्रवार को बाघ देखे जानें की मिली सूचना के बाद गांव सहित जिला मुख्यालय पर भी हड़कंप मच गया। वन विभाग की टीम, पुलिस की टीम के साथ ग्रामीणों ने सुबह से देरशाम तक गांव के पास गन्ने के खेतों में कांबिग की गई। इसके बाद भी वन विभाग को खेत में बाघ के पगचिन्ह नहीं मिले है। वन विभाग खेत में गुलदार होने का शक जाहिर कर रहा है। बाघ  होने की सूचना के बाद गांव कालाडुंड और आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीण भयभीत हो गए है।

शुक्रवार की सुबह दक्षिण खीरी की शारदानगर रेंज के गांव कालाडुंड में गांव से 200 मीटर की दूरी पर गन्ने के खेत में बाघ देखे जाने की जानकारी मिली। गन्ने के खेत में बाघ होने की जानकारी मिलने के बाद तमाम ग्रामीण इकट्ठा हो गए। साथ ही वन विभाग की टीम भी गांव पहुंच गई। साथ ही गांव वालों की सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई। इसके बाद गांव के पास गन्ने के खेतों में संयुक्त टीमों ने कांबिग शुरू की। कई घंटों की कांबिग के बाद भी गन्ने के खेतों में बाघ की मौजूदगी के कोई निशान नहीं मिल सका। इसके चलते वन विभाग ने एक टीम को वहां पर रहने की हिदायत देते अधिकारी वापस लौट आए।

शारदानगर रेंज के एसडीओ भगवानदीन यादव ने बताया कि उनको सुबह के समय कालाडुंड गांव के पास खेतों में बाघ देखे जाने की जानकारी मिली थी। इसके बाद वह वन विभाग के रवीन्द्र सक्सेना, रविकांन्त, जोगेंदर कुमार, धनीराम, अभिषेक के साथ गांव पहुंचे। खेतों की कांबिग के बाद बाघ के पगमार्क कहीं नहीं मिले। वन विभाग के अनुसार खेत में गुलदार होने  की आशंका है। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों को खेत की तरफ जाने पर सर्तकता बरतने के लिए जागरुक किया है। साथ ही वन विभाग की एक टीम को गांव में ही रुकने के लिए आदेश दिया है। भगवानदीन यादव ने बताया कि शुक्रवार को ही खीरी के गांव फत्तेपुर में भी बाघ होने की सूचना मिली थी। वहां पर भी बाघ की मौजूदगी के निशान नही मिले है।

अधिकारी की बात
शरदानगर रेंज के गांव कालाडूंड में बाघ देखे जाने की जानकारी मिली थी।  इसके बाद वन विभाग की टीम को वहां पर भेजा गया। टीम को वहां पर बाघ के पगमार्क नहीं मिले हैं।
नीरज कुमार,डीएफओ, दक्षिण खीरी

 

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