बिहार के नक्सली हमले में मुजफ्फरनगर का हरविंदर भी शहीद
बिहार के गया में औरंगाबाद सीमा पर गत रात्रि हुए नक्सली हमले में मुजफ्फरनगर नगर का जवाब हरवेंद्र उर्फ हंसाराज भी शहीद हो गया। वह वर्तमान में सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन में तैनात था और बिहार के नक्सली...
बिहार के गया में औरंगाबाद सीमा पर गत रात्रि हुए नक्सली हमले में मुजफ्फरनगर नगर का जवाब हरवेंद्र उर्फ हंसाराज भी शहीद हो गया। वह वर्तमान में सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन में तैनात था और बिहार के नक्सली ऑपरेशन में उनकी टुकड़ी काम कर रही थी, जिस पर रात्रि में माओवादियों ने घात लगाकर आईईडी और इन्सास एके-47 से हमला किया था। गांव में सुबह नौ बजे यह खबर पहुंचते ही कोहराम मच गया। पीड़ित परिजनों को सात्वनां देने के लिए गणमान्य लोगों का तांता लगा। कल (आज) गांव में सैन्य सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया जायेगा।
ककरौली थाना क्षेत्र के गांव जड़वड़ कटिया का 24 वर्षीय हरवेन्द्र पंवार उर्फ हंसराज पुत्र भीष्मसिंह सीआरपीएफ में जवान के पद पर तैनात था। वर्तमान में वह कोबरा बटालियन में तैनात था और बिहार के नक्सली इलाके में ऑपरेशन में उनकी टुकडी शामिल थी। गत देर रात हुए नक्सली हमले में मारे गए दस जवानों में हरवेंद्र उर्फ हंसराज भी शाहीद हुआ है। सुबह नौ बजे गया से परिवार को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही कोहराम मच गया। भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व प्रमुख वीरेन्द सिंह सहित बड़ी संख्या में लोग पीड़ित परिवार को सांत्वना देने के लिए पहुंचे। शहीद जवान के पिता ने बताया कि हरवेन्द्र का बड़ा भाई सुन्दर गांव में खेती का कार्य करता हैं, दूसरा बेटा हरेन्द्र पंवार आरपीएफ में सिपाही हैं।
हरवेन्द्र इण्टर की परीक्षा पास कर वर्ष 2010 में सीआरपीएफ में कोबरा बटालियन में जवान के पद पर तैनात हुआ, और वह देश की रक्षा के लिए हमेशा प्राण न्यौछावर करने को तैयार रहता था। उसके रिशते की भी बात चल रही थी। कल (आज) हरवेन्द्र का शव गांव में पहुंचेगा। सैन्य सम्मान के साथ उसका अंतिम संस्कार किया जायेगा। शहीद की माता धनवती भी गहरे सदमे में है।