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दुष्कर्म से क्षुब्ध महिला ने लगाई फांसी, मौत के बाद हुई FIR

उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में एक दुष्कर्म पीड़िता ने मंगलवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पहाड़ी थाने में आरोपी मतगंजन के खिलाफ दुष्कर्म और सुसाइड के लिए प्रेरित करने की रिपोर्ट दर्ज हुई है। घटना...

दुष्कर्म से क्षुब्ध महिला ने लगाई फांसी, मौत के बाद हुई FIR
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 05 Oct 2016 08:56 AM
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उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में एक दुष्कर्म पीड़िता ने मंगलवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पहाड़ी थाने में आरोपी मतगंजन के खिलाफ दुष्कर्म और सुसाइड के लिए प्रेरित करने की रिपोर्ट दर्ज हुई है।

घटना पहाड़ी थाना क्षेत्र के एक गांव में सोमवार की रात हुई। यहां एक 32 वर्षीय महिला ने घर के अन्दर अटारी में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों के मुताबिक रविवार रात महिला गांव में देवी पंडाल दर्शन को गई थी। उसका पति ससुर को लेकर दवा कराने दूसरे गांव गया था। रात एक बजे जैसे ही महिला घर के अन्दर गई तो पीछे से घात लगाए बैठे गांव के ही मतगंजन यादव ने उसे दबोच लिया। उसे मारपीट कर उसके साथ दुष्कर्म किया। महिला की चीख पुकार पर रिश्तेदार ननकउना अन्य ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंचा। आरोपी इन लोगों से धक्का मुक्की कर भाग निकला।

पति के मुताबिक सोमवार को वह महिला को लेकर पहाड़ी थाने गया। जहां दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद गांव पुलिस पहुंची। जांच पड़ताल में आरोपी पक्ष के लोगों ने महिला के चरित्र पर सवाल उठाए। यह सुन महिला बेहद व्यथित हो गई। रात को जब पूरा परिवार सो गया तो उसने आत्महत्या कर ली। इस घटना के बाद गांव में तनाव है। पहाड़ी एसओ ने बताया कि मृतक महिला के पति की तहरीर पर बंधक बनाकर दुष्कर्म किए जाने तथा आत्महत्या के लिए प्रेरित किए जाने की रिपोर्ट दर्ज हुई है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने उसके घर में दबिश दी पर वह फरार हो चुका था। मंगलवार को महिला के शव का पोस्टमार्टम किया गया।

क्या है समस्या का हल?
खबर में बात यह भी सामने आई है पुलिस ने घटना में सेवदनशीलता नहीं दिखाई। दुष्कर्म के बाद आरोपी के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज नहीं की। खबर के अनुसार, दुष्कर्म पीडि़ता की आत्महत्या के बाद उसके पति ने पुलिस को शिकायत दी तब जाकर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। हैरानी की बात यह है लोग जानकारी के अभाव में और हौसले की कमी में दुखद घटना या समस्या के सामने हार मान लेते हैं। लेकिन अपराध पीड़तों को या उनके परिजनों को नियम कानून की बेसिक जानकारी हो तो लोग ऐसे हादसे से बच सकते हैं। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पढ़ें कुछ सावधानियां- 

सावधानियां- 

1- किसी भी अन्याय या घटना के सामने निराश न हों। अपराधी को सजा दिलाने के लिए हौसला बनाए रखें।
2- अपराध के बाद आरोपी के खिलाफ अगर थाने की पुलिस शिकायत दर्ज नहीं करती तो जिले के एसपी, एससपी से गुहार लगाएं।
3- एक अधिकारी एक बार में बात न सुनें तो बार बार उनके पास जाएं। शिकायत करने के बारे में ज्यादा जानकारी न हो तो किसी बढ़े लिखे शख्स की इसमें मदद लें।
4- अपने साथ हुए हादसे पर जान देने की बजाए अपराधी को सजा दिलाकर यह साबित करें ऐसा करने वाले की जगह जेल में है।
5- पुलिस को चाहिए को वह अपराध की किसी भी शिकायत को संवेदनशीलता से ले और आरोपियों से समझौता कराने की बजाए उनके खिलाफ कार्रवाई करे।

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