जलसमाधि से पहले फिर रोके गए स्वतंत्रता सेनानी चिम्मनलाल
स्वतंत्रता सेनानी वयोवृद्ध चिम्मनलाल जैन की घोषणा ने पुलिस-प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। पुलिस को चकमा देकर स्वतंत्रता सेनानी जलसमाधि स्थल हाथीघाट की तरफ निकले तो हड़कंप मच गया। पुलिस ने...
स्वतंत्रता सेनानी वयोवृद्ध चिम्मनलाल जैन की घोषणा ने पुलिस-प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। पुलिस को चकमा देकर स्वतंत्रता सेनानी जलसमाधि स्थल हाथीघाट की तरफ निकले तो हड़कंप मच गया।
पुलिस ने परिजनों की मदद से 100 मीटर पहले ही रोक लिया, जबकि सुबह समर्थकों के साथ आगे बढ़े तो पथवारी चौराहा से उन्हें वापस करा दिया गया था। उनके आवास पर पुलिस बल तैनात है।
शराब बंदी को लेकर स्वतंत्रता सेनानी का आंदोलन चल रहा है। पुलिस-प्रशासन की कार्यप्रणाली से दुखी होकर गांधी जयंती पर शराब बंदी आंदोलन समिति और गरीब सेना के कार्यकर्ताओं के साथ यमुना में जलसमाधि लेने की घोषणा की थी।
रविवार को तड़के ही पुलिस बल मेना गेट स्थित आवास पर पहुंच गया था। हाथ में तिरंगा लेकर समर्थकों के साथ जलसमाधि लेने के लिए तो पुलिस ने पथवारी चौराहा से समझा-बुझाकर वापस आवास पर छोड़ दिया। शाम को सौ रुपये लेकर अकेले ही निकल गए।
आवास से लेकर एक किमी दूर तक सेक्सरिया इंटर कॉलेज तक पहुंच गए। उनके घर पर न होने से हड़कंप मच गया। उनका कहना है कि पुलिस-प्रशासन मनमानी पर अड़ा है तो हम भी अपने संकल्प पर। आखिरी सांस तक शराब के खिलाफ आंदोलन करता रहूंगा। इस दौरान बालयोगी लव पंडित, संजय अग्रवाल एडवोकेट, गिर्राज सिंह धाकरे, डॉ. महेन्द्र पाराशर, दिलीप पाठक, पूर्व पार्षद मीरा, सरोज गौड, अतुल दुबे, शांती, मंजू, धर्मवती, ओमवती, राजवीर सिंह परिहार आदि रहे।