अपने आईएएस वापस ले लो, पीसीएस से काम चला लेंगे: अखिलेश
यूपी पीसीएस एसोसिएशन के नौ साल बाद हुए वार्षिक अधिवेशन में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और पीसीएस अफसरों ने एक-दूसरे की जमकर तारीफ की। मुख्यमंत्री ने यहां तक कहा कि एक समय हमारे एक नेता ने यहां तक केंद्र...
यूपी पीसीएस एसोसिएशन के नौ साल बाद हुए वार्षिक अधिवेशन में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और पीसीएस अफसरों ने एक-दूसरे की जमकर तारीफ की। मुख्यमंत्री ने यहां तक कहा कि एक समय हमारे एक नेता ने यहां तक केंद्र सरकार से कह दिया था कि अपने सारे आईएएस अधिकारी वापस ले लो, हम तो यूपी में अपने पीसीएस अधिकारियों से काम चला लेंगे।
उन्होंने कहा कि ऐसा कह कर वे दोनों काडर के अधिकारियों के बीच कोई झगड़ा नहीं लगा रहे हैं। केवल दृष्टांत दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने हालांकि यह नहीं बताया कि यह कब का दृष्टांत है लेकिन जानकारों के अनुसार यह उस समय की बात है जब यूपी की एक महिला आईएएस अधिकारी को लेकर यूपी सरकार और केंद्र सरकार के बीच तनातनी चल रही थी। उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा था कि यूपी में सीधी भर्ती वाले आईएएस से ज्यादा पीसीएस प्रमोटी आईएएस डीएम थे।
इस बार आईएएस के साथ मैच नहीं, जनता के बीच जाएंगे
मुख्यमंत्री ने अधिवेशन में यह भी ऐलान किया कि वे आईएएस अफसरों के साथ इस साल क्रिकेट मैच नहीं खेलेंगे। इस बार जनता के बीच जाना है। जनता के बीच जाना भी जरूरी है। यह बात दीगर है कि आईएएस अफसरों को उन पर इतना भरोसा कि वे खुद मैच नहीं जीतते, हमें जिताते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आईएएस भी पहले हर साल आईएएस वीक करते थे, लेकिन दूसरी सरकार आई तो रुक गया लेकिन हमने आकर फिर शुरू करा दिया।
उन्होंने कहा कि पीसीएस का अधिवेशन बहुत पहले हो जाना चाहिए था लेकिन समय नहीं मिल सका। जिसके कारण वर्षों बाद हो रहा है। अच्छी बात यह है कि नए मुख्यमंत्री कार्यालय में हो रहा है। इस बहाने सीएम कार्यालय देखने को मिल गया। अन्यथा ज्यादातर अफसर अपने कार्यालय में ही जीवन बिता देते हैं, वे सीएम कार्यालय नहीं देख पाते। या बहुत कम सीएम कार्यालय आने का मौका मिलता है।
इस वाट्सअप मैसेज को मुझे फारवर्ड कर दें
मुख्य सचिव राहुल भटनागर ने अपने भाषण के दौरान चाणक्य का किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा कि एक राजा था। एक दिन उसने कहा कि वह राजा होकर भी खुश नहीं है। ऐसे राजा होने से क्या फायदा। इस पर चाणक्य ने कहा कि राजा का काम खुश होना नहीं है। राजा का काम समर्पित होकर काम करना है ताकि उसकी प्रजा का एक भी आदमी दुखी न रह सके। इसी सोच के साथ पीसीएस भी काम करें।
इस किस्से को सुन कर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनकी प्रमुख सचिव अनीता सिंह भी हंसे बिना न रह सके। जब मुख्यमंत्री बोलने आए तो उन्होंने कहा कि लगता है कि मुख्य सचिव को आज सुबह-सुबह कोई अच्छा वाट्सअप मैसेज मिल गया है। यह मैसेज वे मुझे भी फारवर्ड कर दें।