VIDEO: मायावती ने कहा, 'भाजपा लोगों की भावनाओं से खेल रही है'
फतेहपुर में शुक्रवार को अपनी दूसरी चुनावी रैली करने पहुंची बसपा सुप्रीमो मायावती ने अबकी बार मुस्लिम कार्ड चला। उन्होंने सपा-कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा पर सीधा हमला बोला। कहा, जनता भाजपा की नाटकबाजी...
फतेहपुर में शुक्रवार को अपनी दूसरी चुनावी रैली करने पहुंची बसपा सुप्रीमो मायावती ने अबकी बार मुस्लिम कार्ड चला। उन्होंने सपा-कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा पर सीधा हमला बोला। कहा, जनता भाजपा की नाटकबाजी में न फंसे। प्रदेश में बसपा की सरकार बनती देख भाजपा नेताओं के चेहरों का नूर उतर गया है। मोदी भी अपनी पार्टी को प्रदेश की सत्ता में काबिज करने के लिए यूपी को अपना माई-बाप और खुद को गोद लिया बेटा बताते रहे हैं। भाजपा वाले लोगों की भावनाओं से खेल रहे हैं।
भिटौरा बाईपास के पास जनसभा को संबोधित करते हुए मायावती ने कांग्रेस को भी कठघरे में खड़ा किया। कहा कि केंद्र में 70 साल कांग्रेस की सरकार रही। इतने साल तक कांग्रेस ने कुछ नहीं किया। न जाने राहुल यूपी में किस मुंह से वोट मांग रहे हैं। इनकी सरकार भ्रष्टाचार में डूबी रही। उन्होंने अखिलेश पर भी सीधा हमला बोला। प्रदेश में कानून व्यवस्था की अराजकता मुद्दा उठाने के साथ ही उन्होंने कहा कि सपा सरकार ने आधे अधूरे विकास कार्य किए। जो बसपा सरकार की योजनाएं थीं उनका नाम बदल कर सपा सरकार अपना बताकर विकास का दावा कर रही है।
उन्होंने मुस्लिम मतदाताओं को आगाह किया कि मुस्लिम सपा से दूर रहें क्योंकि मुलायम सिंह ने पुत्र मोह में अपने भाई शिवपाल सिंह का समय-समय पर अपमान किया है। नाराज शिवपाल और अखिलेश खेमा आपस में लड़ रहे हैं। प्रदेश में अब भाजपा को बसपा ही रोक पाएगी। मोदी पर हमाल बोलते हुए मायावती ने कहा कि भाजपा और मोदी ने एक भी बड़ा काम किया है कि इन्होंने अपने चहेते पूंजीपतियों को पहले से भी अधिक मालामाल बना दिया है। आज तक केंद्र सरकार ने लोगों को नहीं बताया कि कालाधन से क्या लाभ हुआ, इससे साफ है कि यह नोटबंदी का फैसला राजनीतिक लाभ के लिए लिया गया था। भाजपा बताए नोटबंदी के बाद कितना कालाधन इकट्ठा किया गया है ? बसपा की खुली चुनौती के बाद भी भाजपा चुप्पी साधे हैं। यह आम चर्चा है कि पीएम ने नोटबंदी के फैसले से पहले ही 10 महीनों के भीतर अपनी पार्टी का व अपने वरिष्ठ नेताओं और चहेते धन्नासेठों का कालाधन पूरे तरीके से ठिकाने लगा दिया है।
मोदी सिर्फ लोगों को दिन गिना रहे हैं। केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद 100 दिनों के भीतर कालाधन वापस लाकर 15 लाख रुपए देने का वादा किया था, लेकिन आजतक लोगों के खाते में एक भी रुपए नहीं आए हैं। अब कह रहे कि यूपी में सरकार बनते ही 14 दिन में किसानों का कर्ज माफ कर देंगे। जिन राज्यों में भाजपा की सरकार है वहां किसान आत्महत्या कर रहे हैं उनके लिए मोदी सरकार ने क्या किया ? इनकी नाटकबाजी जनता जान चुकी है।