गुलदार के शव को वन विभाग की टीम ने बमुश्किल निकाला
जनपद में गुलदारों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मिर्थी गांव से लगे जंगल में एक गुलदार की पेड़ में फंसने से मौत हो गई। इसके बाद वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू अभियान चलाकर गुलदार के...
जनपद में गुलदारों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मिर्थी गांव से लगे जंगल में एक गुलदार की पेड़ में फंसने से मौत हो गई। इसके बाद वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू अभियान चलाकर गुलदार के शव को बामुश्किल पेड़ से नीचे उतारा। बुधवार सुबह जंगल जा रही स्थानीय महिलाओं के एक पेड़ में गुलदार के जोड़े को देखा। इसके बाद मिर्थी के ग्रामीण संजय और टिकेंद्र बिष्ट वहां गए, उन्हें वहां पेड़ में एक गुलदार दिखाई दिया। उन्होंने गंभीरता से हिम्मत जुटाकर देखा तो गुलदार की हरकत शून्य दिखाई दी।
इसी बीच कई ग्रामीण भी वहां पहुंचे। लोगों ने गुलदार की मौत की आशंका के साथ वन विभाग को उसके फंसे होने की जानकारी दी। वन विभाग के डिप्टी रेंजर हरीश चंद्र सती के नेतृत्व में वन दरोगा, बंशीधर पंत व रमेश उपाध्याय और वन रक्षक त्रिभुवन उपाध्याय की टीम ने घटनास्थल पर रेस्क्यू अभियान चलाया। दो घंटे की कड़ी मशक्त के बाद वन विभाग की टीम ने गुलदार के शव को किसी तरह पेड़ से नीचे उतारा। गुलदार का ओगला में पशुचिकित्सकों ने पीएम किया। जिसके बाद उसका अंतिम संस्कार किया गया। सीमांत क्षेत्र में नर गुलदार की मौत पर कई सवाल खड़े हो गए हैं।
महिलाओं ने देखा था सर्वप्रथम गुलदार के जोड़े को
बुधवार सुबह करीब 6 बजे मिर्थी गांव की रेखा देवी और अन्य महिलाएं मवेशियों के लिए घास कटाने गांव से करीब 60 मीटर की दूरी पर स्थित जंगल में गई थी। इसी बीच उन्होंने जंगल में गुलदार के जोड़े को देखा। जिस कारण महिला डर गई और गावं वापस आकर इसकी सूचना ग्रामीणों को दी।
ग्रामीणों के आने के बाद भागी मादा गुलदार
ग्रामीणों के जंगल पहुंचने के बाद मादा गुलदार वहां से भाग गई। इसी बीच ग्रामीणों ने पेड़ में उल्टा फंसा गुलदार देखा। गुलदार के क्षेत्र में दिखने के बाद लोगों में दहशत है।
नर है मृत गुलदार
पेड़ में फंसा मिला गुलदार नर है। वन विभाग की टीम ने बताया कि गुलदार के फंसने के कारण ही मौत हुई होगी।