शिवपाल का नई पार्टी बनाने का फैसला एक साजिश है: रामगोपाल
कांग्रेस से समाजवादी पार्टी के गठबंधन के बाद पहले मुलायम सिंह यादव नाराज हुए फिर शिवपाल सिंह ने नई पार्टी बनाने के ऐलान कर डाला। इस तरह के बयानों ने समाजवादी पार्टी के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी कर दी...
कांग्रेस से समाजवादी पार्टी के गठबंधन के बाद पहले मुलायम सिंह यादव नाराज हुए फिर शिवपाल सिंह ने नई पार्टी बनाने के ऐलान कर डाला। इस तरह के बयानों ने समाजवादी पार्टी के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। इन सबके बीच बुधवार को अपने गृह जनपद इटावा पहुंचे वरिष्ठ सपा नेता रामगोपाल यादव ने शिवपाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
उन्होंने कहा शिवपाल का नई पार्टी बनाने का फैसला समझदारी भरा नहीं है, यह मुख्यमंत्री के खिलाफ चल रही साजिश का एक हिस्सा है। नई पार्टी बनाने पर वह न तो पार्टी के विधायक रह जाएंगे और दल-बदल में उनकी सदस्यता भी चली जाएगी।
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गठबंधन के फैसले पर शिवपाल के सवाल उठाने पर रामगोपाल ने कहा कि यह फैसला कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बड़े नेता अखिलेश यादव और राहुल गांधी ने मिलकर लिया है। दोनों दल मिलकर इस बार सरकार बनाने जा रहे हैं। चुनाव के बीच में यह कहना कि हम कांग्रेस का प्रचार नहीं करेंगे। 11 मार्च को नई पार्टी बनाएंगे, यह फैसला अच्छा नहीं है।
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उन्होंने कहा कि हजारों पार्टियां चुनाव आयोग में पंजीकृत हैं, लेकिन क्या वे चुनाव नहीं लड़ पाती हैं? शिवपाल ने हमेशा अखिलेश यादव के खिलाफ साजिश रची है। यह फैसला भी इसी कड़ी का एक हिस्सा है। अंत में आज शिवपाल के जन्मदिन पर बधाई देने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि शिवपाल मेरे छोटे भाई हैं, मैं उन्हें इस अवसर पर ढेर सारी बधाई देता हूं।