'तीन महीने में माफ करेंगे फसली ऋण, SP का खाट पकड़ने वालों से गठबंधन'
प्रदेश में न तो बिजली है और न ही कानून व्यवस्था। किसानों से फसली ऋण लिया जा रहा है। हमारी सरकार बनी तो हम इसे तीन महीने में माफ कर देंगे। सपा ने खाट पकड़ने वालों से गठबंधन कर रखा है। ये तीखे तेवर थे...
प्रदेश में न तो बिजली है और न ही कानून व्यवस्था। किसानों से फसली ऋण लिया जा रहा है। हमारी सरकार बनी तो हम इसे तीन महीने में माफ कर देंगे। सपा ने खाट पकड़ने वालों से गठबंधन कर रखा है। ये तीखे तेवर थे गृह मंत्री राजनाथ सिंह के, जो पटियाली में प्रत्याशियों के समर्थन में सभा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने अपने सवाल-जवाब अंदाज से जनता को खूब लुभाया।
न बिजली न कानून व्यवस्था
मुझे लगता है कि आपने सपा को नाराज कर दिया, इसलिए बिजली नहीं आ रही। अच्छा बिजली छोड़िए, धान और आलू की खरीद हो गई। अच्छा ये भी नहीं हुई। अच्छा कुछ तो हुआ होगा। लूट, चोरी डकैती, हां ये हुआ है। मैं इसके आंकड़े देता हूं। प्रदेश में एक साल के अंदर डकैती की 260, लूट की 4096, हत्या की 4607 और दंगे 7 हजार से ज्यादा हुए हैं। यहां कानून व्यवस्था के हालात खराब। जब भाजपा की सरकार बनेगी, जो भी बदमाश सीना खोलकर चलने की कोशिश करेगा उसकी खाट खड़ी कर दी जाएगी।
सरकारी मूल्य पर खरीदा जाएगा धान
हमने हमेशा जनता की आंखों में आंखें डालकर राजनीति की है। जब मैं यूपी का मुख्यमंत्री था तो धान की सरकारी मूल्य पर खरीद कराई थी। भीगा हुआ धान खरीदा था। विश्वास दिलाता हूं कि हमारे शासन में फिर यही होगा। मेरे समय में आलू भी रिकॉर्ड स्तर पर हुआ था। आलू किसानों ने हमें मुसीबत बताई थी। मैं भी आलू किसान रहा हूं। आलू की खेती जानता हूं। जितना भी किसान आलू बेचना चाहता है। मैंने आलू खरीदवाकर दूसरे देशों में भेजने का काम किया था। मुलायम और मायावती यूं ही किसानों के मसीहा बनते हैं।
फसली ऋण करेंगे माफ
मैं एलान कर रहा हूं कि हमारी सरकार बनी तो तीन महीने में फसली ऋण माफ कर देंगे। अटल जी के समय भारत सरकार में कृषि मंत्री रहते हुए 14 से 8 फीसदी पर ब्याज कराया था। राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद मैंने प्रदेशों की भाजपानीत सरकारों से इसे इतना करने को कहा। हमने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया। भारत ताकतवर देश रहेगा। सर्जिकल स्ट्राइक करके हमने अपनी ताकत का सबूत दिया।
सपा-कांग्रेस गठबंधन पर तंज
कमजोर आदमी सहारा ढूंढ़ता है। यह समाजवादी पार्टी को समझना चाहिए था। कांग्रेस ने खाट के ऊपर सभा की। जिसने चार महीने पहले ही खाट पकड़ ली, सपा उसके साथ जा रही है। कांग्रेस का तो कोई वजूद नहीं वह डूबता हुआ जहाज है। सपा को बैसाखी चाहिए थी तो मजबूत बैसाखी लेनी थी। सपा के झगड़े पर कहा कि इन्हें लड़ना था तो सरकार बनने से पहले ही झगड़ लेते, बाद में क्यों किया। इससे जनता को काफी नुकसान उठाना पड़ा। राहुल गांधी ने कहा कि जब मैं बोलूंगा तो भूकंप आ जाएगा, लेकिन यहां तो हवा भी नहीं चली।