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संदिग्ध हालात में लगी आग से वृद्धा जिंदा जली

कोतवाली क्षेत्र के बैगांव में रविवार देर रात संदिग्ध हालात में घर में लगी आग से वृद्धा की जलकर मौत हो गई। हादसे के समय घर का दरवाजा अंदर से बंद था। ऐसे में परिजनों को वृद्धा को बचाने के लिए छत खोदनी...

संदिग्ध हालात में लगी आग से वृद्धा जिंदा जली
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 20 Mar 2017 11:40 PM
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कोतवाली क्षेत्र के बैगांव में रविवार देर रात संदिग्ध हालात में घर में लगी आग से वृद्धा की जलकर मौत हो गई। हादसे के समय घर का दरवाजा अंदर से बंद था। ऐसे में परिजनों को वृद्धा को बचाने के लिए छत खोदनी पड़ी। हालांकि जब तक परिजन कमरे में दाखिल होते तब तक वृद्धा की सांसें थम चुकी थी। इसके साथ ही पूरी गृहस्थी भी जल गई। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जबकि राजस्व टीम ने मौके पर पहुंचकर आग से हुए नुकसान का जायजा लिया।

पुरवा कोतवाली के ग्राम बैगांव मे रविवार की पियारा (80) पत्नी स्व. जंगली प्रसाद घर में कमरे के अंदर सो रही थी। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। इस बीच देर रात संदिग्ध हालात में आग लग गई। आग की जानकारी जैसे ही पियारा के बेटे चंद्रिका को हुई तो वह भागकर मौके पर पहुंचा, मगर दरवाजा अंदर से बंद होने की वजह से वह कमरे में दाखिल नहीं हो सका। इस बीच पियारा आग की चपेट में आ गई और धूं-धंू कर जलने लगी। तभी परिजन पियारा को बचाने के लिए कमरे की छत पर पहुंच गए और कच्ची छत की मिट्टी को खोदने लगे। छत के रास्ते कमरे में जब परिजन दाखिल हुए तब वह दरवाजा खोल पाए। हालांकि तब तक पियारा की आग से जलने से मौत हो गई थी। जबकि कमरे में रखा सामान भी जल गया था। परिजनों ने किसी तरह आग पर काबू पाया। पियारा के बेटे चंद्रिका ने बताया कि उसकी मां अलग कमरे में रहकर जीवन यापन करती थी। उसके 2 बेटे हैं। जिसमें चंद्रिका प्रसाद तहसील में लेखपाल हैं। पियारा के पति जंगली प्रसाद की कई वर्ष पहले ही मौत हो गई थी। घटना के बाद सोमवार सुबह तहसील से पहुंची राजस्व टीमों ने आग से हुए नुकसान का जायजा लिया। टीम मे लेखपाल केसी बाबू, अवनीश कुमार मौके पर मौजूद रहे। राजस्व टीम के मुताबिक 50 हजार रुपए का नुकसान हुआ है।

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