महागठबंधन की महाविजय
बिहार विधानसभा चुनाव के रविवार को आए नतीजों में महागठबंधन को महाविजय हासिल हुई। लालू-नीतीश की जोड़ी ने भाजपा गठबंधन को तगड़ा झटका देते हुए दो तिहाई से ज्यादा बहुमत हासिल किया है। महाठबंधन ने178 सीटें...
बिहार विधानसभा चुनाव के रविवार को आए नतीजों में महागठबंधन को महाविजय हासिल हुई। लालू-नीतीश की जोड़ी ने भाजपा गठबंधन को तगड़ा झटका देते हुए दो तिहाई से ज्यादा बहुमत हासिल किया है। महाठबंधन ने178 सीटें अपने नाम कीं। वहीं भाजपा और उसके सहयोगियों को सिर्फ 58 सीटों पर जीत मिली।
भाजपा को नुकसान: पीएम मोदी समेत एनडीए के तमाम नेता और केंद्र सरकार के मंत्री महागठबंधन के समर्थन में जनता की गोलबंदी को नहीं रोक पाए। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अकेले भाजपा को 2010 के विधानसभा चुनाव की तुलना में तीन दर्जन सीटों का नुकसान हुआ है। वहीं उसके सहयोगी लोजपा को दो, रालोसपा को दो और ‘हम’को एक सीट ही मिली।
देश का मिजाज पता चला: नतीजों के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इन परिणामों से देश का मिजाज पता चलता है। उन्होंने कहा कि कटुता से भरे चुनाव अभियान के बावजूद वह किसी से शत्रुता नहीं रखेंगे। सकारात्मक सोच से सबके साथ मिलकर काम करेंगे। नीतीश ने बिहार की प्रगति के लिए केंद्र सरकार का सहयोग भी मांगा।
मोदी के खिलाफ आंदोलन: जीत से उत्साहित राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने केंद्र सरकार के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन चलाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सत्ता में बनी रही तो वह देश को टुकड़ों में बांट देगी। लालू ने कहा कि वह लालटेन लेकर पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी भी जाएंगे।
विभाजनकारी एजेंडे की पराजय: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नतीजों को भाजपा और आरएसएस के विभाजनकारी एजेंडे की पराजय करार दिया। उन्होंने कहा कि मुसलमानों के खिलाफ हिंदुओं को खड़ा करने और चुनाव जीतने के लिए उन्हें एक-दूसरे से लड़ाने के खिलाफ यह एक संदेश है।
कांग्रेस ने बिहार में जबरदस्त वापसी करते हुए 27 सीटों पर कब्जा किया। 2010 में पार्टी सिर्फ 4 सीट जीत पाई थी।