शंघाई से मुंबई तक बाजार धड़ाम
शंघाई से मुंबई तक के शेयर बाजारों में सोमवार को हाहाकार मच गया। सेंसेक्स 1,625 अंक गिरकर 25,742 पर आ गया, जो एक दिन में बंद के स्तर पर सेंसेक्स की सबसे बड़ी गिरावट है। इससे निवेशकों के करीब सात लाख...
शंघाई से मुंबई तक के शेयर बाजारों में सोमवार को हाहाकार मच गया। सेंसेक्स 1,625 अंक गिरकर 25,742 पर आ गया, जो एक दिन में बंद के स्तर पर सेंसेक्स की सबसे बड़ी गिरावट है। इससे निवेशकों के करीब सात लाख करोड़ रुपये डूब गए।
चीन-अमेरिका का सबसे बुरा हाल: चीन का शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 8.46 फीसदी तक लुढ़क गया, जो 2007 के बाद सबसे बड़ी गिरावट है। अमेरिका का डाउ जोंस लगभग एक हजार अंक यानी 8 प्रतिशत गिरकर 18 महीने के निचले स्तर पर खिसक गया। वहीं, नैस्डेक भी लगभग 5 प्रतिशत की गिरावट के साथ खुला। अमेरिकी बाजारों में किसी भी सेक्टर के शेयर गिरावट से नहीं बच पाए। लंदन, जर्मनी और फ्रांस के बाजारों में भी 5 से 7 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
निफ्टी को भी झटका: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी भारी बिकवाली के दबाव में 490.95 अंक के नुकसान से 7,809 पर आ गया।
बिकवाली से बाजार लुढ़के: चीन की अर्थव्यवस्था का संकट पूर्व के अनुमान से ज्यादा होने की आशंकाओं के बीच विदेशी निवेशकों में बिकवाली की होड़ लग गई। इस वजह से सेंसेक्स एक समय 1,741.35 अंक तक टूट गया। अंत में यह 5.94% गिरकर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान तीसरी सबसे बड़ी गिरावट: 21 जनवरी 2008 के बाद यह सेंसेक्स में कारोबारी सत्र के दौरान तीसरी सबसे बड़ी गिरावट है। तब यह 2,273 अंक तक लुढ़का था लेकिन बाद में सुधर गया था। इसी तरह 21 जनवरी 2008 को सेंसेक्स 2,062 अंक तक गिरकर बाद में संभल गया था।