सात दिनों में बदलेगी जिंदगी
जब खुश रहना स्वभाव बन जाता है, तो आदतें भी वैसी ही हो जाती हैं। फिर जिंदगी यूं ही नहीं बीतती चली जाती। हर नया दिन, नई खुशियों का प्रतीक बन जाता है। भविष्य के लिए आपकी कई योजनाएं होंगी, पर इस हफ्ते...
जब खुश रहना स्वभाव बन जाता है, तो आदतें भी वैसी ही हो जाती हैं। फिर जिंदगी यूं ही नहीं बीतती चली जाती। हर नया दिन, नई खुशियों का प्रतीक बन जाता है। भविष्य के लिए आपकी कई योजनाएं होंगी, पर इस हफ्ते खुशियों की योजना बनाएं। खुशी के इन सात दिनों को जिएं..
सोमवार उपहार की खुशी
जिससे मिलें, उसे कोई उपहार, वस्तु या फूल ही सही, पर कुछ दें जरूर। इसी तरह, अगर आपको कुछ मिले, तो खुशी के साथ स्वीकारें भी। स्नेह, प्रशंसा आदि के उपहार बांटने में कंजूसी न करें।
मंगलवार उत्तरदायित्व का बोध
हमारी हर प्रतिक्रिया एक ऊर्जा उत्पन्न करती है, जो वापस हम तक आती जरूर है। ऐसे कर्म करें, जिनसे प्रसन्नता और सफलता का प्रसार हो, ताकि आपको भी बदले में यही ऊर्जा मिले।
बुधवार स्वीकार करने की प्रसन्नता
जैसी स्थितियां, लोग या घटनाएं सामने आएं, उन्हें वैसे ही स्वीकार लें। अपने कार्यों की जिम्मेदारी लें। इस तरह अंर्तदंद्वों से बचेंगे।
गुरुवार इच्छाओं की सूची
जब हम कोई इच्छा करते हैं, तो उसे पूरा करने की प्रक्रिया स्वत: ही तय हो जाती है। अपनी इच्छाओं की सूची बनाएं और विश्वास रखें कि अगर इन्हें पाने में बाधा आती है, तो इसका कोई न कोई कारण होता है।
शुक्रवार निर्लिप्तता की खुशी
दूसरों के कर्मों का प्रभाव स्वयं पर न लें। जबर्दस्ती समाधान न निकालें। अनिश्चितता स्वतंत्रता की राह के लिए जरूरी है।
शनिवार आध्यात्मिक हो जाएं
अपनी आध्यात्मिकता और विशिष्ट प्रतिभाओं को समझें। स्व के दायरे से निकलकर मानवता के स्तर पर अपनी उपयोगिता को परखें।
रविवार मन की प्रसन्नता
आज अपने लिए समय निकालें। ध्यान योग का अभ्यास करें। अपने आसपास उपस्थित बुद्धि की झलक दिखाते रूपों को पहचानें। राय बनाने से बचें।
इस हफ्ते का व्यायाम/ वी-सिट
देर तक ऑफिस में कुर्सी पर बैठे रहना कम उम्र में कमर दर्द का कारण बन जाता है। उस पर गलत पॉस्चर दर्द की आशंका को और अधिक बढ़ा देता है। इस हफ्ते पेट, कमर व पैर की मांसपेशियों को मजबूती देने के लिए पाइलेट्स का अभ्यास करें। यह व्यायाम रीढ़ समेत पूरे शरीर को मजबूती देता है। पैरों की ऊर्जा व ताकत पूरे शरीर में संचारित होती है।
पाइलेट्स व्यायाम का विकास जॉसेफ पाइलेट्स के द्वारा 20वीं शताब्दी के शुरुआत में किया गया था। वी-सिट व्यायाम खास तौर पर कमर व पेट की मांसपेशियों को मजबूती देता है।
वी-सिट: कमरे में चटाई पर सीधे लेट जाएं। धीरे-धीरे पैर को ऊपर उठाएं, फिर चित्र के समान शरीर का ऊपरी हिस्सा जमीन से ऊपर उठाएं। हाथों की मदद से शरीर को संतुलन प्रदान करें। मुश्किल लगने की स्थिति में घुटनों को हाथों का सहारा दे सकते हैं। रीढ़ को सीधा रखें। 30 से 60 सेकेंड के लिए ऐसे ही रहें। एक समय में तीन सेट करें।