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रहें खुशमिजाज

किसी भी वर्कप्लेस पर हमारा सामना दो तरह के लोगों से होता है। एक तो वे जो हमेशा चेहरा लटकाए ऑफिस में घुसते हैं और मशीनवत अपना काम खत्म कर घर लौट जाते हैं। दूसरी ओर ऐसे भी लोग हैं, जिनके ऑफिस में कदम...

रहें खुशमिजाज
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 28 Sep 2016 10:56 PM
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किसी भी वर्कप्लेस पर हमारा सामना दो तरह के लोगों से होता है। एक तो वे जो हमेशा चेहरा लटकाए ऑफिस में घुसते हैं और मशीनवत अपना काम खत्म कर घर लौट जाते हैं। दूसरी ओर ऐसे भी लोग हैं, जिनके ऑफिस में कदम रखते ही माहौल खुशनुमा हो जाता है। बाकी सहकर्मियों पर भी इसका सकारात्मक असर पड़ता है और कार्यक्षमता बढ़ती है। 

ऑफिस की खुशियों को लेकर हुए एक सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार 65 साल के आसपास के लोग युवाओं की अपेक्षा ज्यादा खुशमिजाज होते हैं, जबकि 15-28 साल के उम्र वाले ज्यादा परेशान। दरअसल इस दौर में वे अपनी पढ़ाई और नौकरी को लेकर ज्यादा रस्साकशी करते रहते हैं। यदि आप खुशमिजाज इंसान हैं तो आपको यह भरोसा रहेगा कि कठिन से कठिन लक्ष्य भी आप साध लेंगे।

सफलता की है चाबी
खुशमिजाजी के साथ किए गए काम से खुद व टीम को तो फायदा पहुंचता ही है, कंपनी अथवा समाज को भी कई तरीके से लाभ पहुंचता है, क्योंकि उच्च  उत्पादकता, नए विचार, रचनात्मकता, सकारात्मक ऊर्जा और अच्छा स्वास्थ्य उसी खुशमिजाजी से जुड़े होते हंै।

सहकर्मियों से न रहे दूरी
बतौर प्रोफेशनल आप चाहे छोटा काम करें या बड़ा, वे खुशनुमा माहौल में परवान चढ़ता है। इसके विपरीत हमेशा दुखी रहने वाले कर्मचारी का ज्यादातर समय खुद की जिंदगी को व्यवस्थित करने या राह तलाशने में बीतता है। काम पर फोकस हो पाना उसकी दूसरी प्राथमिकता होता है। इससे सहकर्मियों के साथ दूरी बनती चली जाती है।  

कम्युनिकेशन चैनल खुला रखें
बेहतर कम्युनिकेशन हर कदम पर आपकी राह आसान बनाता है, लेकिन इसकी पहली शर्त है कि ऑफिस में सिर्फ अपनी ही बात न थोपें, बल्कि दूसरों की भी  राय लें। असहमति होने पर सार्वजनिक रूप से टोकने से अच्छा है कि अकेले में दूसरे व्यक्ति से अपनी असमर्थता जताएं।    

एक्स्ट्रा एक्टिविटी भी जरूरी
ऑफिस में पसरी उदासी को दूर भगाने का सबसे अच्छा उपाय है कि वहां समय-समय पर कुछ एक्स्ट्रा एक्टिविटी जैसे इनडोर गेम, टाउनहॉल, गेट-टू-गेदर आदि होते रहना चाहिए। कर्मचारियों को निजी जीवन या ऑफिस में हुई  उपलब्धि को बताने के लिए कंपनी के नोटिस बोर्ड का उपयोग किया जा सकता है।  

बीच-बीच में बे्रक जरूरी
काम में दिलचस्पी और ऊर्जा बनाए रखने के लिए जरूरी है कि बीच-बीच में ब्रेक मिलता रहे। यह कंपनी को समझना होगा कि समय-समय पर अवकाश कर्मचारियों को ऊर्जा देने के लिए जरूरी है।

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