फोटो गैलरी

Hindi Newsकामयाबी के लिए नेटवर्किंग जरूरी

कामयाबी के लिए नेटवर्किंग जरूरी

नेटवर्किंग एक पौधे की तरह है, जो लगने के तुरंत बाद फल नहीं देता। उसमें वक्त लगता है, पर जब वह पूरी तरह मैच्योर हो जाता है, तब फल और छाया दोनों देता है। पौधा समय पर फल-फूल दे इसके लिए आपको उसे निरंतर...

कामयाबी के लिए नेटवर्किंग जरूरी
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 26 May 2015 08:45 PM
ऐप पर पढ़ें

नेटवर्किंग एक पौधे की तरह है, जो लगने के तुरंत बाद फल नहीं देता। उसमें वक्त लगता है, पर जब वह पूरी तरह मैच्योर हो जाता है, तब फल और छाया दोनों देता है। पौधा समय पर फल-फूल दे इसके लिए आपको उसे निरंतर खाद-पानी देते रहना होगा। छोटी सी भूल या चूक आपकी सारी मेहनत बेकार कर सकती है। ममता अग्रवाल ऐसी ही कुछ गलतियों के बारे में बता रही हैं, जो नेटवर्किंग के आड़े आ सकती हैं। 

नेटवर्किंग के जरिए नए लोगों से संपर्क बनाना व्यवसायिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। आने वाले सालों में आप अपने आप को कहां देखना चाहते हैं,  इसके लिए कुशल नेटवर्किंग के जरिए की गई आपकी तैयारी यकीनन आपको लंबी रेस का घोड़ा बनाएगी। आज के बनाए संपर्क कल नई नौकरी के लिए रेफरल के रूप में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। याद रखें कि नेटवर्किंग का उद्देश्य अल्पकालिक लाभ के लिए नहीं होता। यह एक सशक्त जरिया है,  हर दिन कुछ नया सीखने का,  बढ़ने का और सफलता के नए पायदानों की ओर कदम बढ़ाने का।

नेटवर्किंग मजबूत रिश्तों को गढ़ने की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है,  जो कि पारस्परिक सहयोग और आदान-प्रदान को विकसित करता है। जब आप अपने संपर्कों से गहरे तौर पर जुड़ते हैं,  तो आपसी समझ और समन्वय विकसित होता है और साथ ही भरोसा कायम होता है। यही भरोसा आगे चलकर दोनों व्यक्तियों के लिए बेहद लाभदायक हो सकता है। अगर आप नेटवर्किंग की अहमियत को कम आंकते हैं,  तो आप सफल करियर के लिए एक बेहद सशक्त और कारगर हथियार का लाभ उठाने से वंचित रह जाते हैं।

महत्वपूर्ण कॉन्टेक्ट्स वाले प्रभावशाली लोगों का कई लोगों से मिलना-जुलना होता ही रहता है। इन कई लोगों के बीच आपको अपनी विशष्ट और सकारात्मक छवि बनानी है और यह आपकी स्किल्स के साथ ही आपके व्यवहार पर भी निर्भर करती है। नेटवर्किंग में किसी भी व्यक्ति या संपर्क के महत्व को कम आंकने की भूल हरगिज न करें। आप नहीं जानते कि कौन, कब और किस रूप में आपके लिए मददगार हो सकता है।

न हों ये गलतियां
जरूरत से ज्यादा न आंकें 

नेटवर्किंग केवल करियर के अच्छे अवसरों के लिए ही जरूरी नहीं। बल्कि अपनी प्रतिभा और कौशल को निखारने का भी जरिया है। इससे हमारी कमियों भी दूर हो जाती हैं। हर व्यक्ति के अपने खास गुण होते हैं। अपने संपर्क में आने वाले लोगों से कुछ भी सीखने में अगर आप नाकामयाब रहते हैं,  तो मान लीजिए कि आप अपने आप को जरूरत से ज्यादा प्रतिभाशाली मानते हैं। नेटवर्किंग के दौरान अपनी स्किल्स को सामने लाना बेहद जरूरी है। यह करियर ग्रोथ के रास्ते में नई राहें खोलने की दृष्टि से भी अहम है। लेकिन अपने आप को जरूरत से ज्यादा आंकना और अपने कौशल को लेकर अतिआत्मविश्वास का रवैया सही नहीं। अपने संपर्क में आने वाले व्यक्तियों के बीच अगर आप ऐसा महसूस करते हैं कि आपसे ज्यादा स्मार्ट कोई नहीं, तो वक्त रहते सतर्क हो जाइए।

उदासीन रवैया हो सकता है घातक 
आप अपनी नौकरी के इंटरव्यू में बेहद सजग हो कर जाते हैं। कपड़े,बॉडी- लैंग्वेज और बातचीत को लेकर भी आप सतर्क होते हैं। लेकिन अपने कॉन्टेक्ट्स से मिलने पर अगर आपका रवैया बेहद उदासीन और बेतकल्लुफी भरा होता है, तो यह आपके बारे में नकारात्मक राय कायम कर सकता है। इसके लिए भी आपके प्रयासों में उतनी ही गर्मजोशी होनी जरूरी है,  जितना कि आप अपने किसी महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को पूरा करने में दिखाते हैं। अच्छी तरह अभिवादन, सही बॉडी लैंग्वेज और संपर्क में आने वाले व्यक्ति के प्रति सम्मान प्रकट करना, ये सभी बातें भले ही बेहद छोटी या बुनियादी लगें, लेकिन इनका प्रभाव अवश्य जोरदार होता है।

न भूलें कृतज्ञता 
आप किसी से भी मिलते हैं,  भले ही आपको उससे कोई तात्कालिक लाभ न भी हो,  लेकिन उसके प्रति अपना आभार प्रकट करना न भूलें। यह आपकी छवि के सकारात्मक पहलू को पेश करेगा। इसलिए जब भी किसी से मिलें, उसका धन्यवाद अवश्य करें। अपने कॉन्टेक्स को इस बात का आभास कराएं कि उनकी मदद को आप कितना महत्व और मान देते हैं। मेलजोल को मौजूदा जरूरतों या उद्देश्यों तक ही सीमित मानना बड़ी भूल हो सकती है।

जरूरी है फॉलोअप
किसी भी व्यक्ति से पहली बार मिलना नेटवर्किंग का पहला कदम है और अगर आप चाहते हैं कि यह पहला कदम आपकी मंजिल की ओर बढ़ने के लिए आगे का रास्ता तैयार करे तो फॉलोअप करना न भूलें। आप किसी से पहली मीटिंग बेहद जोर-शोर से करते हैं, और प्रभावशाली ढंग से अपनी बात रखने में कामयाब भी हो जाते हैं। लेकिन बाद में उसे लेकर उत्साहित नहीं रहते, तो आपका यह मिलना-जुलना किसी काम नहीं आएगा। आपके संपर्कों को कमजोर कर देगा। जब भी किसी से मिलें, समय और स्थिति अनुसार निरंतर उससे संपर्क बनाए रखें।

जरूरी है धैर्य
माना कि नेटवर्किंग आपके उज्जवल भविष्य के लिए नए द्वार खोलने में आपकी मदद कर सकती है और अपने संपर्कों से आपकी उम्मीदें भी जुड़ी होती हैं। लेकिन याद रखना जरूरी है कि किसी भी काम में जल्दबाजी सही नहीं। अपने संपर्कों से पहली मीटिंग में ही या पहली बातचीत में ही अपने लक्ष्यों को लेकर बेहद अधीरता दिखाना सही नहीं है। बेहद जरूरी है कि सबसे पहले अपनी कुशलता और कार्यक्षमता को उसके सामने साबित करें। आपका धैर्य और फोकस्ड रवैया यकीनन आपको महत्वपूर्ण और अच्छा रेफरल दिलाएगा। आपका कॉन्टेक्ट पर्सन तुरंत आपकी सहायता करने में समर्थ न हो तो उससे यही सोचकर दूरी न बना लें कि काम नहीं बना तो नेटवर्किंग का क्या लाभ। अगले कदम के लिए उससे राय जरूर लें,  उससे भविष्य की संभावनाओं के बारे में जानें।

स्पष्टता जरूरी 
अपने उद्देश्यों, भविष्य को लेकर आपकी योजनाओं और अपने करियर को लेकर स्पष्ट दृष्टिकोण बेहद जरूरी है। आपकी स्किल्स, योग्यता और कौशल जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी यह भी है कि आप किस प्रकार अपनी बात रखते हैं। अपने गोल को लेकर आप अगर स्वयं ही स्पष्ट नहीं हैं,  तो अपने नेटवर्क को भी आप इसी उलझन में डाल देंगे कि आखिर आप चाहते क्या हैं या आपके कौशल और योग्यताएं क्या हैं। स्पष्ट गोल के अभाव में कोई चाहकर भी आपकी मदद नहीं कर पाएगा। इसलिए किसी भी व्यक्ति से मिलने पर और बातचीत के दौरान अपनी बात को इस प्रकार रखें कि उसके सामने आपकी विशिष्टता और कुशलता का स्पष्ट रेखाचित्र तैयार हो जाए। व्यवसायिक दृष्टिकोण से भविष्य में आप क्या लक्ष्य लेकर चल रहे हैं, इसको लेकर असंबद्ध बातें आपको कन्फ्यूज्ड दर्शाएंगी।

सिर्फ कहें नहीं,  सुनें भी 
आत्मकेंद्रित होना सफल नेटवर्किंग के लिए सबसे बड़ा गतिरोध बन सकता है। किसी भी बातचीत के दौरान केवल अपनी ही बात कहना और पूरे वार्तालाप में अपनी ही स्किल्स का बखान करना आपके पक्ष में नहीं जाएगा। इसलिए अगर संपर्क में आने वाला व्यक्ति आपसे अपने अनुभवों को बांटें,  अपनी राय दे या आपके क्षेत्र से जुड़ी बातों के बारे में कोई भी बात करें तो उसे पूरा ध्यान और अहमियत दें। यानी संपर्कों के रूप में आपके पर्सनल बोर्ड ऑफ एडवाइजर्स  व्यक्तित्व को ग्रूम करने में बेहद मददगार होगा।

जरूरत पड़ने का इंतजार न करें 
नेटवर्किंग निरंतर चलने वाली बेहद चमत्कारी प्रक्रिया है। इसे अधिक  महत्व न देना और जरूरत पड़ने पर इसकी शुरुआत करना,  सफल करियर की दृष्टि से बेहद नकारात्मक हो सकता है। नेटवर्किंग केवल नौकरी की तलाश के लिए नहीं की जानी चाहिए,  इसका उद्देश्य इससे भी बढ़कर अपने संपर्कों को मजबूत बनाने पर होना चाहिए। आप नहीं जानते कि भविष्य में किस मोड़ पर कैसे किसकी जरूरत पड़ जाए।

रहे ध्यान 
संपर्क बनाने का उद्देश्य नए सशक्त व्यवसायिक रिश्ते बनाना है। केवल व्यक्तिगत रिश्तों में ही नहीं व्यवसायिक रिश्तों में भी भरोसे और विश्वास का बेहद महत्व है। आपके संपर्क में आने वाले व्यक्ति को यह भरोसा हो कि जरूरत पड़ने पर आप भी उनके हितों का उतना ही ख्याल रखेंगे। केवल अपने हित को ध्यान में रखते हुए की गई नेटवर्किंग कुछ समय तो चल सकती है,  लेकिन इसके दूरगामी परिणाम कभी आपके हित में नहीं होंगे, यह ध्यान रखें। जान लीजिए कि नेटवर्किंग का उद्दश्य हर किसी को जीतने में सहायता देना होना चाहिए।

किससे और कैसे जुड़ें
नेटवर्किंग जरूरी है यह तो समझ लिया, लेकिन महत्वपूर्ण सवाल यह उठता है कि किससे और कैसे जुड़ें? इस सवाल का जवाब है ‘नेटवर्किग इवेन्ट्स’। नेटवर्किंग इवेन्ट्स नई संभावनाओं के द्वार खोलने में बेहद सहायक हो सकते हैं। संपर्क साधने के हथियार के तौर पर सोशल मीडिया के अलावा फेस-टू-फेस मेलजोल को भी कारगर माना जाता है। नेटवर्किंग इवेन्ट्स आपको यही अवसर मुहैया कराते हैं। लेकिन इसके लिए आत्मविश्वास का होना बेहद जरूरी है। ऐसे इवेंन्ट्स में अकेले जाना जहां आप किसी को नहीं जानते बेहद चुनौतीपूर्ण हो सकता है। ऐसी स्थिति में आपका आत्मविश्वास ही आपके काम आएगा। ऐसे खास मौकों पर एक कोने में अकेले बैठ जाने का कोई लाभ नहीं। अपने लिए एक गोल निर्धारित करें जैसे कि इस अवसर का लाभ उठाते हुए, आपको कम से कम तीन या चार लोगों से अवश्य मिलना है। झिझक को छोड़ कर मौका मिलते ही अपना परिचय दें और भविष्य में भी संपर्क में रहने के लिए बात करें। एक बार बातचीत शुरू होने पर आप खुद महसूस करेंगे कि यह कितना आसान और आपके पक्ष में है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें