इकोलॉजी
इकोलॉजी जीवविज्ञान की एक शाखा है जिसमें जीवित प्राणियों का उनके प्राकृतिक वातावरण में हालात का पता किया जाता है। इकोलॉजिस्ट इस तथ्य का पता लगाते हैं कि ऑर्गेनिज्म आपस में और पर्यावरण के साथ किस तरह...
इकोलॉजी जीवविज्ञान की एक शाखा है जिसमें जीवित प्राणियों का उनके प्राकृतिक वातावरण में हालात का पता किया जाता है। इकोलॉजिस्ट इस तथ्य का पता लगाते हैं कि ऑर्गेनिज्म आपस में और पर्यावरण के साथ किस तरह क्रिया करते हैं और वह पृथ्वी पर जीवन की जटिल संरचना का पता लगाते हैं। इकोलॉजी को एन्वायरनमेंटल बायोलॉजी भी कहा जाता है।
इकोलॉजी में व्यक्ति, जनसंख्या, समुदायों और इकोसिस्टम का अध्ययन होता है। प्राकृतिक वातावरण बेहद जटिल है इसलिए शोधकर्ता अधिकांशत: किसी एक किस्म के प्राणियों की नस्ल या पौधों पर शोध करते हैं। उदाहरण के लिए मानवजाति धरती पर निर्माण करती है और वनस्पति पर भी असर डालती है। मनुष्य वनस्पति का कुछ हिस्सा खाता भी है, लेकिन कुछ का वह बिल्कुल इस्तेमाल नहीं करता। वह पौधे लगातार अपना फैलाव करते रहते हैं।
बीसवीं सदी में मनुष्य पर्यावरण पर पड़ने वाले गंभीर असर के प्रति सचेत हुआ और उसे पता चला कि उसका असर पृथ्वी और प्रकृति पर हमेशा सकारात्मक ही नहीं पड़ता रहा है। नदियों में विषाक्त औद्योगिक कचरे का निकास उन्हें प्रदूषित कर रहा है, उसी तरह जंगल काटने से जानवरों के रहने का स्थान खत्म हो रहा है।
पृथ्वी के प्रत्येक इकोसिस्टम में अनेक तरह के पौधे और जानवरों की प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनके अध्ययन से इकोलॉजिस्ट किसी स्थान विशेष के इकोसिस्टम के इतिहास और गठन का पता लगाते हैं। इसके अतिरिक्त इकोलॉजी का अध्ययन शहरी परिवेश में भी हो सकता है। वैसे इकोलॉजी का अध्ययन जमीन तक ही सीमित नहीं, समुद्री जनजीवन, नहरें, झरनों आदि पर भी यह अध्ययन किया जाता है। समुद्री जनजीवन पर अभी तक अध्ययन नाकाफी है क्योंकि बीसवीं सदी में समुद्री तह के बारे में नई जानकारियों के साथ कई मिथक टूटे और गहराई में अधिक दबाव और कम ऑक्सीजन पर रहने वाले जीवों का पता चला था।