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दूर करें बेवजह की थकावट

20 से 30 की उम्र वाले युवाओं में गंभीर रूप से थकावट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। क्या थकावट के ये कारण मनोवैज्ञानिक हैं या फिर ये लोग आलसी हैं? क्या यह सिर्फ बहानेबाजी है? कुछ भी कहा जा सकता है, पर...

दूर करें बेवजह की थकावट
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 26 Nov 2015 09:24 PM
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20 से 30 की उम्र वाले युवाओं में गंभीर रूप से थकावट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। क्या थकावट के ये कारण मनोवैज्ञानिक हैं या फिर ये लोग आलसी हैं? क्या यह सिर्फ बहानेबाजी है? कुछ भी कहा जा सकता है, पर सच यह है कि बेवजह की थकावट कई कारणों से होती है, जिसे उपचार व जीवनशैली में छोटे-छोटे सुधार करके दूर किया जा सकता है। 

नींद पूरी करें
सामान्य स्थितियों में एक वयस्क को रात में कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए। शहरी जीवनशैली की व्यस्तताओं में ये मुश्किल हो रहा है, जो सेहत और एकाग्रता दोनों पर असर डालता है, साथ ही बेवजह की थकावट का कारण भी। इससे बचने के लिए सोने का एक नियमित समय बनाने की कोशिश करें। लैपटॉप, मोबाइल फोन, टेलीविजन सेट एक निश्चित समय के बाद बंद कर दें।  रात में खाना बहुत लेट न खाएं। यदि लंबे समय से यह समस्या बनी हुई है तो चिकित्सक से संपर्क करें। यह स्लीप डिसॉर्डर की समस्या हो सकती है। कई बार नींद बार-बार टूटती है। ऐसा सांस लेने में बाधा आने के कारण होता है। इसे स्लीप एप्नी कहते हैं। इसके लिए डॉक्टर स्लीप एप्नी टेस्ट की सलाह दे सकते हैं।

संतुलित भोजन है जरूरी
बहुत थोड़ा खाना तो थकावट का कारण होता ही है, साथ ही गलत खान-पान भी समस्या का कारण बन सकता है। दिनभर थकावट रहने का एक सबसे आम कारण सुबह नाश्ता न करना है। उचित पोषक तत्वों से भरपूर नाश्ता करना दिनभर ऊर्जा के स्तर को बनाए रखता है। साथ ही संतुलित आहार, मौसमी फल व सब्जियां व अनाज जैसे कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट्स रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखते हैं। हर समय के भोजन में प्रोटीन और कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट्स को शामिल करें। थोड़े-थोड़े बे्रेक के बाद कुछ न कुछ खाते रहें। जंक फूड से बचें।

एनीमिया
शरीर में लौह तत्व यानी आयरन की कमी होने से भी थकावट के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। महिलाओं में आमतौर पर इसकी मौजूदगी देखने को मिलती है। खून में लौह तत्व की कमी के कारण एनीमिया होने पर तीन माह तक खाने वाली दवा लेने की सलाह दी जाती है। लौह तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ, जैसे चिकन, मछली,  शेलफिश, बींस और गुड़ का सेवन करना भी अच्छा रहता है।

हाइपोथाइरॉइडिज्म
थाइरॉइड ग्रंथि  के असक्रिय होने पर भी थकावट होने लगती है। मेटाबॉलिज्म की रफ्तार धीमी होने के कारण शरीर में ऊर्जा का स्तर कम  होने लगता है। चिकित्सक से संपर्क करें और उनकी सलाह के अनुसार टेस्ट कराएं।

कैफीन की अधिकता
थोड़ी मात्रा में कैफीन का सेवन सक्रियता और एकाग्रता को बढ़ाता है। पर इसकी अधिक मात्रा हृदय गति और रक्तचाप को बढ़ा देती है, जिससे थकावट होती है। कॉफी, चॉकलेट और एनर्जी ड्रिंक्स आदि किसी भी रूप में कैफीन का सेवन कम से कम करें। हालांकि ऐसा धीरे-धीरे करें। अचानक से कैफीन को कम कर देना शरीर में ऊर्जा की कमी कर थकावट को बढ़ा सकता है।

यूरिनरी ट्रेक्ट इंफेक्शन
यूरिनरी ट्रेक्ट इंफेक्शन यानी मूत्र मार्ग में संक्रमण होने पर पेशाब करने में जलन होती है और जल्दी-जल्दी पेशाब करने की इच्छा होती है। पर कुछ मामलों में थकावट और हल्के चक्कर भी इसका लक्षण होते हैं। ऐसे में यूरिन टेस्ट के जरिए यूटीआई की तुरंत पुष्टि की जा सकती है। दवाएं शुरू करने के बाद आमतौर पर एक हफ्ते में यूटीआई की समस्या ठीक हो जाती है। 

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