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किच्छा में शिक्षा विभाग ने स्कूल के खिलाफ कोतवाली में दी तहरीर

शिक्षा विभाग की टीम ने बुधवार को निजी स्कूलों में छापेमारी कर मासिक फीस लिस्ट की जांच की। इस दौरान छापेमारी टीम ने जांच में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाते हुए लिटिल ऐंजिल स्कूल प्रबंधन के खिलाफ...

किच्छा में शिक्षा विभाग ने स्कूल के खिलाफ कोतवाली में दी तहरीर
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 24 May 2017 10:10 PM
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शिक्षा विभाग की टीम ने बुधवार को निजी स्कूलों में छापेमारी कर मासिक फीस लिस्ट की जांच की। इस दौरान छापेमारी टीम ने जांच में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाते हुए लिटिल ऐंजिल स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी। शिक्षा विभाग ने मासिक शुल्क सूची में गड़बड़ी मिलने पर तीन स्कूलों को नोटिस भी दिया है।

फीस बढ़ोतरी की शिकायत को लेकर बुधवार सुबह डीईओ (माध्यमिक) पीएन सिंह एवं बीईओ मातादीन गौतम के नेतृत्व में शिक्षा विभाग की टीम ने निजी स्कूलों में सोसायटी नवीनीकरण, एनओसी, मान्यता पत्र, कार्मिकों का सेवा सर्वे, कर्मियों का वेतन, फीस, शिक्षा समिति का गठन, छात्र संख्या कक्षावार, आरटीई के छात्रों की सूची, शुल्क वृद्धि का प्रस्ताव एवं सीबीएससी से संबद्धता जैसे दस्तावेजों की जांच की। इस दौरान लिटिल ऐंजिल स्कूल में टीम के द्वारा दस्तावेज मांगे जाने पर प्रधानाचार्य ने क्लर्क नहीं आने की बात कहते हुए लिस्ट देने में असमर्थता जाहिर की। इस पर छापेमारी टीम ने सख्त रुख अपनाते हुए स्कूल प्रबंधन पर जांच में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया तथा प्रबंधन के खिलाफ कोतवाली में तहरीर देकर कार्रवाई की बात कही। इस संबंध में लिटिल ऐंजल स्कूल के प्रधानाचार्य एके सक्सेना ने बताया कि हम जांच के लिए पूरी तरह तैयार हैं इत्तेफाक से बुधवार को हमारे दो क्लर्क नहीं आए थे गुरुवार सुबह जो कागजात मांगे गए हैं उन्हें शिक्षा के सामने पेश कर देंगे।वहीं एचपीएस स्कूल में जांच के दौरान टीम को स्कूल के फीस स्ट्रेक्चर में अनेक कमियां मिली। स्कूल प्रबंध के वार्षिक शुल्क पर डीईओ ने प्रधानाचार्य को फटकार लगाई तथा अभिभावकों को तुरंत शुल्क लौटाने के निर्देश दिए। पीएन सिंह ने बताया कि इसके अलावा सेंट पीटर, बीयर शिवा का निरीक्षण कर सूचनाएं मांगी गई हैं। उधर कोतवाल योगेश उपाध्याय ने कहा कि दी गई तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। दोषियों पर कार्रवाई होगी।इनसेट-मद बदल कर अभिभावकों से ऐंठ रहे वार्षिक शुल्ककिच्छा। डीईओ ने बताया कि सख्ती के बाद भी स्कूल ने वार्षिक शुल्क का नाम बदल कर सेशन शुल्क के नाम पर 3000 से 3500 रुपये लिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानाचार्य को सभी अभिभावकों का शुल्क लौटाने के निर्देश दिए हैं।

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