मानदेय के बदले डॉक्टर ने महिला से लगवाया अस्पताल में झाड़ू-पोछा
सिविल अस्पताल में डाक्टर की मनमानी आशा पर भारी पड़ गई। दो गर्भवती महिलाओं को अस्पताल लाई आशा को डाक्टर ने अपने घर में झाडू पोछा करने के लिए कह दिया। पहले भी दो बार ऐसी घटना के बाद सोमवार को आशा ने...
सिविल अस्पताल में डाक्टर की मनमानी आशा पर भारी पड़ गई। दो गर्भवती महिलाओं को अस्पताल लाई आशा को डाक्टर ने अपने घर में झाडू पोछा करने के लिए कह दिया। पहले भी दो बार ऐसी घटना के बाद सोमवार को आशा ने इससे इनकार कर दिया। आरोप है कि इससे नाराज महिला डाक्टर ने आशा का नाम गर्भवती को लाने वाले फार्म में से हटा दिया। लगातार मेहनत के बाद भी अब आशा को मिलने वाला मानदेय नहीं मिल पाएगा। घटना से गुस्साए आशा संगठन ने सिविल अस्पताल में हंगामा किया और सीएमएस को लिखित शिकायत दी है। सीएमएस ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
हथियाथल निवासी आशा कार्यकर्ता सीमा चौधरी अपने साथ सोमवार को दो गर्भवती महिलाओं को लेकर सिविल अस्पताल पहुंची। यहां महिला डाक्टर ने आशा को अपने सरकारी आवास में झाडू पोछा करने के लिए कहा। इसपर आशा ने इनकार कर दिया। इससे नाराज डाक्टरनी ने गर्भवती महिलाओं को लाने पर जननी सुरक्षा योजना के तहत आशा को मिलने वाला मानदेय के फार्म में से आशा का नाम हटा दिया। इसकी जानकारी आशा सीमा चौधरी को लगी तो उन्होंने आशा संगठन की अध्यक्ष शोभा भटनागर को मामले से अवगत कराया। इसपर सभी आशाएं एकत्र हुईं और डाक्टरनी का विरोध किया। इसके साथ ही उन्होंने लिखित शिकायत सीएमएस संजय कंसल से की। इस दौरान सीमा चौधरी ने आरोप लगाया कि डाक्टरनी पहले भी दो बार महिलाओं को लाने पर उनसे घर की साफ सफाई करा चुकी हैं। इस बार उन्होंने घर में पोछा करने से मना कर दिया। इससे नाराज होकर ही उनका नाम जेएसवाई के फार्म से हटा दिया गया है। इस दौरान शोभा भटनागर, सरोज, विशु वर्मा, प्रवीन, शमा, मीनाक्षी, लाज वर्मा आदि ने प्रदर्शन भी किया। साथ ही सीएमएस से आरोपी महिला डाक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
आशा ने महिला डाक्टर की शिकायत की है। इस मामले में जांच कराई जाएगी। जांच के बाद ही दोषी पाये जानेपर डाक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आशा के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। डॉ.संजय कंसल, सीएमएस, सिविल अस्पताल रुड़की