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झारखंड में डॉक्टरों के तबादले की नीति बना रहा स्वास्थ्य विभाग

झारखंड सरकार राज्य के डॉक्टरों के तबादले की नीति बनायेगी। इसमें ग्रामीण इलाकों में पदस्थापन की एक अवधि तय की जाएगी। हर डॉक्टर को अपने सेवाकाल के दौरान ग्रामीण इलाके में पदस्थापन अनिवार्य होगा। शीघ्र...

झारखंड में डॉक्टरों के तबादले की नीति बना रहा स्वास्थ्य विभाग
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 15 Oct 2016 09:30 PM
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झारखंड सरकार राज्य के डॉक्टरों के तबादले की नीति बनायेगी। इसमें ग्रामीण इलाकों में पदस्थापन की एक अवधि तय की जाएगी। हर डॉक्टर को अपने सेवाकाल के दौरान ग्रामीण इलाके में पदस्थापन अनिवार्य होगा। शीघ्र ही नीति तैयार कर ली जाएगी।गांवों में सेवा देनेवाले एमबीबीएस डॉक्टर के लिए पीजी में 50 प्रतिशत सीट आरक्षित भी किए जाएंगे।

राज्य में अब ओपीडी का समय भी सुबह नौ से दोपहर तीन और दोपहर तीन से छह बजे तक का निर्धारित किया गया है। इस संबंध में शीघ्र ही आदेश जारी किए जाएंगे। उधर सरकार ने गैर शैक्षणिक कैडर से विशेषज्ञ डॉक्टरों में अपग्रेडेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए आवेदन भी आमंत्रित किए गए हैं।

डीसीपी का भुगतान दिवाली तक

विभाग के अनुसार डॉक्टरों को डीसीपी का भुगतान करना शुरू कर दिया गया है। कई डॉक्टरों को भुगतान हो गया है। शेष को दिवाली तक भुगतान कर दिया जाएगा। दो साल तक प्रोवेशन पूरा करने वाले डॉक्टरों को नियमित करने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश भी सभी सिविल सर्जन को दे दिया गया है।

रिटायरमेंट के पूर्व मिलेंगे विकल्प

विभाग का कहना है कि रिटायर करने के तीन साल पहले डॉक्टरों को उनके पदस्थापन के तीन विकल्प दिये जाएंगे। विकल्पों के अनुसार ही उनकी पोस्टिंग की जाएगी। पदस्थापन की प्रतीक्षा रहने वाले डॉक्टरों की पोस्टिंग भी शीघ्र कर दी जाएगी। स्वास्थ्य निदेशालय को और सुदृढ़ किया जाएगा साथ ही निदेशक प्रमुख को विभाग में ही विशेष सचिव का पद दिया जाएगा।

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