खतरे से बाहर हैं घायल वनरक्षी अनिरूद्ध
हजारीबाग पश्चिमी वन प्रमंडल अतंर्गत बड़कागांव वन प्रक्षेत्र के चंदौल, होरम, कंडाबेर और बरियातु सब बीट में कार्यरत वनरक्षी अनिरूद्ध नारायण पाठक ऑपरेशन के बाद 72 घंटे के लिए रिम्स में अब भी आईसीयू में...
हजारीबाग पश्चिमी वन प्रमंडल अतंर्गत बड़कागांव वन प्रक्षेत्र के चंदौल, होरम, कंडाबेर और बरियातु सब बीट में कार्यरत वनरक्षी अनिरूद्ध नारायण पाठक ऑपरेशन के बाद 72 घंटे के लिए रिम्स में अब भी आईसीयू में वेंटिलेटर पर हैं। डॉक्टर के मुताबिक ऑपरेशन के बाद घायल वनरक्षी अनिरूद्ध नारायण पाठक खतरे से बाहर हैं।
रांची रिम्स से लौटे वनरक्षी दुर्योधन साव और अजय पांडेय ने बताया कि डॉक्टरों ने अपनी निगरानी में 72 घंटे के लिए उन्हें आईसीयू में वेंटिलेटर पर रखा है। अभी उनसे किसी को बातचीत करने भी नहीं दिया जा रहा है। बताते चलें कि श्री पाठक 20 सितंबर मंगलवार से लापता थे। इस संबंध में उनके पुत्र अनुज कुमार ने बड़कागांव थाना में अपने पिता के लापता होने का सनहा दर्ज कराया था। दूसरे दिन बुधवार को 24 घंटे के बाद घायलावस्था में श्री पाठक बड़कागांव मध्य पंचायत स्थित छरिबाटांड़ के निकट झाड़ी में मिले। उनके दोनों हाथ और गर्दन की नस धारदार हथियार से अपराधियों ने काट दी थी। इधर पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है। अभी तक इस मामले में संशय बना हुआ है। कयास लगाया जा रहा है कि वनरक्षी श्री पाठक के होश में आने के बाद ही अपराधियों का नाम पता चल सकता है। इस घटना से बड़कागांव में कार्यरत वनकर्मियों में भय व्याप्त है।