रांची में हेमंत सोरेन करेंगे मशाल जुलूस का नेतृत्व
झामुमो ने सीएनटी-एसपीटी एक्ट में प्रस्तावित संशोधन के विरोध में मशाल जुलूस, पुतला दहन और प्रदर्शन का कार्यक्रम बनाया है। इसके तहत 22 नवम्बर को सभी प्रखंड मुख्यालयों में मशाल जुलूस निकालकर एनडीए के...
झामुमो ने सीएनटी-एसपीटी एक्ट में प्रस्तावित संशोधन के विरोध में मशाल जुलूस, पुतला दहन और प्रदर्शन का कार्यक्रम बनाया है। इसके तहत 22 नवम्बर को सभी प्रखंड मुख्यालयों में मशाल जुलूस निकालकर एनडीए के स्थानीय विधायकों का पुतला दहन करेंगे। 23 नवम्बर को सभी जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन का कार्यक्रम रखा गया है। रांची में मशाल जुलूस का नेतृत्व कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन करेंगे, जिसमें सभी विधायक और केन्द्रीय पदाधिकारी शामिल रहेंगे। पार्टी कार्यालय में रविवार को केन्द्रीय पदाधिकारियों और रांची जिले के नेताओं की हुई बैठक में कार्यक्रमों की रणनीति बनायी गई। मशाल जुलूस से पहले 21 नवम्बर को गांव-गांव में पदयात्रा कर लोगों को एक्ट में हो रहे संशोधन के बारे में बताया जाएगा। बैठक में सुप्रियो भट्टाचार्य, विनोद कुमार पांडेय, नन्द किशोर मेहता, डॉ जावेद अहमद, समनुर मंसुरी, अशरफ खान, सरजीत मिर्घा, सुशीला एक्का, पवन जेडिया, तालकेश्वर महतो, विरू तिर्की, चिन्तामणि सांगा, संध्या गुड़िया, बबलू राम, जेयारत हुसैन, प्रमोद कुमार, रंजीत कुमार, नितिन अग्रवाल, परमेश्वर बेदिया सहित कई और नेता उपस्थित थे। हेलीकॉप्टर का दुरुपयोग : सुप्रियोरांची। झामुमो के केन्द्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि भाजपा सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन संबंधित पर्चा वितरित कर आदिवासियों-मूलवासियों में भ्रम फैला रही है। खूंटी और सिमडेगा में पर्चा वितरण में सरकारी हेलीकॉप्टर का दुरुपयोग किया गया है। वे गृहमंत्री से इसकी जांच की मांग करते हैं। राज्य सरकार अपने निहित उद्देश्यों की पूर्ति के लिए सरकारी संसाधन के दुरुपयोग के साथ-साथ संविधान में आदिवासी-मूलवासी के हितों की रक्षा के लिए किए गए प्रावधानों में संशोधन कर रही है। इससे जनता भयभीत है। आदिवासियों-मूलवासियों के साथ कोई धोखा हुआ तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।