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Hindi Newsसाहित्य में वंचिव वर्ग को आवाज मिल रही है: डॉ रमेश प्रसाद गुप्ता

साहित्य में वंचिव वर्ग को आवाज मिल रही है: डॉ रमेश प्रसाद गुप्ता

रांची विश्वविद्यालय के एकेडेमिक स्टाफ कॉलेज में चल रहे रिफ्रेशर कोर्स में शुक्रवार को भीमराव अंबेदकर विश्वविद्यालय के हिन्दी के प्राध्यापक डॉ रमेश प्रसाद गुप्ता ने व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि...

साहित्य में वंचिव वर्ग को आवाज मिल रही है: डॉ रमेश प्रसाद गुप्ता
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 20 Jan 2017 10:11 PM
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रांची विश्वविद्यालय के एकेडेमिक स्टाफ कॉलेज में चल रहे रिफ्रेशर कोर्स में शुक्रवार को भीमराव अंबेदकर विश्वविद्यालय के हिन्दी के प्राध्यापक डॉ रमेश प्रसाद गुप्ता ने व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में भाषा और साहित्य का महत्व बढ़ गया है, क्योंकि मानवीय संवेदना को समृद्ध करने के लिए यह जरूरी है। आज साहित्य में वंचित, दलित, स्त्री, आदिवासी, अल्पसंख्यक अपने संघर्ष और अनुभव को अपनी भाषा में व्यक्त कर रहे हैं। यह साहित्य लेखन आशा की नई किरण है। दूसरे सत्र में प्रतिभागियों को स्वरचित कविता पाठ करना था। इसमें डॉ धनंजय मिश्रा, डॉ ललन कुमार पांडेय, डॉ मुन्ना, डॉ मधुबाला सिन्हा, प्रो चंद्रकांत सिंह कई प्रतिभागियों ने अपनी कविता सुनाई। डॉ मिथिलेश ने हिन्दी कविता में सृजनात्मक लेखन पर विचार रखे। तीसरे सत्र में रांची विश्वविद्यालय की हिन्दी की पूर्व प्रोफेसर डॉ माया प्रसाद ने साहित्य में स्त्री विमर्श पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को न सिर्फ समाज, बल्कि साहित्य में भी उपेक्षित किया गया है। साहित्य में उनकी भी भूमिका तय हो। संचालन कोर्स को-ऑर्डिनेटर डॉ जिंदर सिंह मुंडा ने किया।

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